-मतदान के लिए हजारों नागरिक सुबह ही रवाना हुए गांव

-प्रत्याशियों ने भी भेजे वाहन, कई अपनी गाड़ी से पहुंचे

-इसकी वजह से शहर की सड़के रहीं वीरान, एक्का-दुक्का गाडि़यों की ही आवाजाही

GORAKHPUR: गांव की सरकार बनाने में शहरियों ने भी भागीदारी निभायी। पंचायत चुनाव में मतदान के लिए सुबह से ही गांव से शहर तक भागदौड़ मची रही। कई प्रत्याशियों ने शहर में वाहन भेज मतदाताओं को बुलाया तो कई मतदाता खुद अपने साधनों से गांव में पहुंचे। गर्मी के बीच शहर से गांव जाने और वापस आने का सिलसिला शाम तक जारी रहा। इसकी वजह से शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। गांव के समर में शहरियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

मकान या फिर किराए पर

ग्रामीण क्षेत्र से सीधे ताल्लुकात रखने वाले हजारों परिवार शहर में रहते हैं। बड़हलगंज, गोला बाजार, उरुवा, बेलघाट, कौड़ीराम, सिकरीगंज, खजनी, बासगांव, माल्हनपार, भटहट, मानीराम, कालेसर आदि गांवों के लोग शहर में या तो मकान बनवाकर रहते हैं या किराए के कमरे में। पंचायत चुनाव की आहट के साथ ही प्रत्याशियों ने शहर में रह रहे गांव के नागरिकों से मेल-मुलाकात बढ़ा दी थी। आरक्षण की तस्वीर साफ हुई तो संपर्क का क्रम तेज हो गया। प्रत्याशियों ने शहर में रहने वाले सभी मतदाताओं को मतदान जरूर करने की अपील शुरू कर दी।

भेजा था नमूना पत्र

प्रत्याशियों ने अपने चुनाव चिह्न का नमूना पत्र भी शहर में रहने वाले मतदाताओं के पास भेज दिया था। कोई संबंधों का हवाला देकर वोट मांगता रहा, तो कोई गांव के विकास के लिए एक बार मौका देने का अनुरोध करता रहा।

महिलाओं को भी दी गई थी जिम्मेदारी

प्रत्याशियों ने परिवार की महिलाओं को शहर में रहने वाली मतदाताओं से बात करने की जिम्मेदारी दी थी। प्रत्याशियों के साथ ही उनके परिवार की महिलाएं मतदाताओं के संपर्क में रहकर गांव आने के लिए व्यवस्था करने की बात करती रहीं। मतदाता पहुंचे तो प्रत्याशियों ने राहत की सांस ली।