इंटरमीडिएट स्टूडेंट्स

यूपी बोर्ड: 68000

सीबीएसई : 12000

सीआईएससीई : 3000

-कोविड के चलते स्कूलों नहीं निभाई जा सकी परंपरा, स्टूडेंट्स में मायूसी

GORAKHPUR: कोरोना ने स्टूडेंट्स से कई यादें छीन ली हैं। एक तरफ तो पढ़ाई पर असर पड़ा है, वहीं दूसरी तरफ स्कूल में होने वाली डिफरेंट एक्टिविटीज से महरूम होना पड़ा है। सिर्फ इतना ही नहीं, कोरोना के चलते कई खूबसूरत यादें, जैसे फेयरवेल और फ्रेशर्स पार्टी से भी अब छात्र दूर हो गए हैं। कोविड की वजह से इस साल 11वीं के स्टूडेंट्स 12वीं के छात्रों को विदाई नहीं दे पाएंगे। इससे 12वीं के छात्रों में खासी मायूसी है। फीका एक्सपीरियंस लेकर 12वीं के स्टूडेंट इस बार खुद ही विदा हो जाएंगे।

अनुभव से सीखने को मिलता है

इंटर के स्टूडेंट अभिनव त्रिपाठी बताते हैं स्कूल के आखिरी दिन को यादगार बनाने की तमाम कोशिशें होती हैं। स्टूडेंट्स की विदाई यादगार हो इसके लिए फेयरवेल पार्टी होती है। इसमें 11वीं के छात्र 12वीं के सीनियर्स को विदाई देते हैं। इस दौरान सीनियर्स स्कूल में बिताए पूरे साल का एक्सपीरियंस शेयर करते हैं। इससे जूनियर स्टूडेंट्स को भी काफी कुछ सीखने को मिलता है। लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं होने से सभी के मन में मलाल है।

कोरोना ने छीन लीं यादें

इंटर की स्टूडेंट अनिष्का पटेल के मुताबिक, जब से पता चला है कि एग्जाम कैंसिल हो गए, एक अजीब सी बेचैनी है। मेरे तो हाईस्कूल, 11वीं और 12वीं प्री बोर्ड में अच्छे मा‌र्क्स आए थे। इसलिए मुझे पूरी उम्मीद है कि चाहे जो फॉर्मुला यूज किया किया जाए, मुझे पूरे मा‌र्क्स ही मिलेंगे। इसलिए अब मैंने हायर एजुकेशन के लिए ट्राई करना शुरू कर दिया है। यकीन ही नहीं हो रहा कि अपने दोस्तों से बिना मिले ही मैं क्लास से दूर हो जाऊंगी।

वर्जन

आखिरी साल था। स्कूल भी नहीं जा पाए। अब सभी दोस्त अलग हो जाएंगे। आखिरी समय भी हम लोग साथ में सेलिब्रेशन नहीं कर पाएंगे।

-प्रियांशु खन्ना, 12वीं स्टूडेंट

स्कूल बहुत याद आएगा। 12वीं में स्कूलिंग का आखिरी साल था। लेकिन इस तरह बीत जाएगा कभी इसकी उम्मीद नहीं थी। फेयरवेल पार्टी भी नहीं हो पाई।

-अंशिका श्रीवास्तव, 12वीं स्टूडेंट

फेयरवेल में जूनियर्स को सीनियर्स जाते जाते टिप्स देते हैं। इससे 11वीं से 12वीं में आने वाले स्टूडेंट के जीवन और रिजल्ट पर भी असर पड़ता है।

-अभिनव त्रिपाठी, 12वीं स्टूडेंट

फेयरवेल एक परंपरागत इवेंट हैं जो छोटे बड़े सभी स्कूलों में होता है। हर स्कूल अपने स्टूडेंट को कॉलेज छोड़कर नए जीवन में प्रवेश की बधाई भी फेयरवेल में देता है।

-अंशिका पटेल, 12 वीं स्टूडेंट

कोरोना ने आकर हम लोगों की खुशियां छीन लीं। हमारे लिए यह अनमोल खुशियां थीं। हम सभी दोस्त स्कूल में आखिरी दिन को सेलिब्रेट करते। यह यादों में जुड़ता।

-संस्कार वर्मा, 12वीं स्टूडेंट