-जीडीए ने रजिस्ट्री की जमीन, तीन लाख कंज्यूमर्स को मिलेगी बेहतर बिजली

GORAKHPUR: खोराबार में ट्रांसमिशन बनाने का रास्ता साफ हो गया है। ट्रांसमिशन के लिए जीडीए ने जमीन रजिस्ट्री की दी है। 118 करोड़ रुपये की लागत से ट्रांसमिशन का निर्माण किया जा रहा है। उपकेंद्र स्थापित होने से 33 केवी के करीब 25 विद्युत उपकेंद्रों को इस ट्रांसमिशन से बिजली दी जा सकेगी। बताते चलें कि एक उपकेंद्र पर औसतन 10 से 15 हजार कंज्यूमर होते हैं। ऐसे में करीब ढाई से तीन लाख कंज्यूमर्स को बेहतर बिजली मिल सकेगी।

सीएम ने किया था शिलान्यास

8 अक्टूबर को सीएम योगी आदित्यनाथ ने दो सो करोड़ रुपये का परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया था। इन्हीं में एक 118 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जाना वाला खोराबार ट्रांसमिशन उपकेंद्र भी शामिल था। इसके लिए जमीन भी जीडीए की तरफ से चिन्हित कर ली गई थी। लेकिन उपकेंद्र बनाने के बाद वहां से 33 केवी वाले बिजली घरों तक जाने वाली 220 केवी का तारों को ले जाने वाले रास्ते पर कुछ असमंजस बन गया था। इसी वजह से जमीन को अंतिम रूप से निर्णय देने में लेटलतीफी हो रही थी। लेकिन निगम और जीडीए के अफसरों की मीटिंग के बाद इसका हल निकाल लिया गया।

जीआईएस तकनीकी

खोराबार में बनाया जा रहा नया ट्रांसमिशन उपकेंद्र जीआईएस तकनीकी का होगा। पूर्वाचल में गोरखपुर के खोराबार में इसे बनाया जाएगा। इसके लिए शासन की तरफ से 118 करोड़ रुपये स्वीकृत भी कर दिए गए हैं। गुरुवार को जीडीए की तरफ से जमीन की रजिस्ट्री भी कर दी गई। शुक्रवार से काम शुरू कर दिया गया।

इस्टीमेट तैयार

निगम ने 4 किलोमीटर की लाइन का इस्टीमेट तैयार किया गया है। इसके तहत दो किलोमीटर भीड़ भाड़ इलाके में मोनोपोल लगाकर ट्रांसमिशन से लाइन ले जाया जाएगा। साथ ही दो किलोमीटर अंडरग्राउंड केबल ले जाने का प्रस्ताव तैयार कर अंतिम रूप दिया गया है। निगम के मुताबिक जीडीए की तरफ से गुरुवार को 8249 वर्गमीटर जमीन ट्रांसमिशन के नाम पर रजिस्ट्री की गई है। जमीन की रजिस्ट्री करवाने में यूपीपीटीसीएल की तरफ से 64 लाख 58 हजार 20 रुपये स्टांप शुल्क व 93 हजार 20 रुपये का निबंधन शुल्क जमा किया गया।

आधुनिक तकनीकी गैस इंसुलेटेड सिस्टम का बनेगा बिजली घर

मिली जानकारी के मुताबिक शहर के पूर्वी क्षेत्र खोराबार में आधुनिक तकनीकी गैस इंसुलेटेड सिस्टम का बिजली घर बनाए जाने का काम शुरू हो गया है।

दरअसल शहर के विस्तार को गति दी जा रही है। इसके तहत शहर में नई-नई परियोजनाओं के आने से बिजली की डिमांड और विद्युत का लोड लगातार बढ़ रहा है। फर्टिलाइजर, एम्स, चिडि़याघर, होटल मॉल के अलावा आने वाले दिनों में मेट्रों के काम भी शुरू हो सकते हैं। ऐसे में बिजली की डिमांड व लोड को दोगुना करना जरूरी है।

वर्जन

खोराबार में बनाया जाने वाला नये ट्रांसमिशन के लिए जीडीए ने जमीन रजिस्ट्री कर दी है। ट्रांसमिशन निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। जल्द ही इससे कई उपकेंद्र जोड़े जाएंगे। जिससे लोगों को बेहतर बिजली सप्लाई मिल सकेगी।

-राम सुरेश, अधिशासी अभियंता ट्रांसमिशन