-महायोगी गुरु श्रीगोरक्षनाथ शोध पीठ की प्रगति समीक्षा बैठक

GORAKHPUR: महायोगी गुरु श्रीगोरक्षनाथ शोधपीठ की प्रगति समीक्षा बैठक गोरखपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो। राजेश सिंह की अध्यक्षता व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आर्थिक सलाहकार डॉ। केवी। राजू के मार्गदर्शन में गुरूवार को हुई। इसमें वीसी प्रो। सिंह ने शोधपीठ को एक अंतरराष्ट्रीय संस्थान के रूप में विकसित करने के तरीके को रेखांकित किया। महायोगी गोरक्षनाथ शोधपीठ की छत्रछाया में ग्लोबल स्कूलों के ढांचे का प्रस्ताव रखा। साथ ही गुरु गोरक्षनाथ ग्लोबल स्कूल ऑफ लैंग्वेजेस एंड लिटरेचर के साथ डिपार्टमेंट ऑफ बुद्धिस्ट लैंग्वेजेस एंड डिपार्टमेंट ऑफ यूरोपियन एंड फॉरेन लैंग्वेजेस की स्थापना का प्रस्ताव रखा।

उन्होंने नाथ पंथ अध्ययन विभाग, धर्म और आध्यात्मिक विज्ञान विभाग, तुलनात्मक धर्म और सभ्यता केंद्र और एशियाई और सार्क देशों के अध्ययन विभाग के साथ गुरु गोरक्षनाथ ग्लोबल स्कूल ऑफ कल्चर एंड हेरिटेज का भी प्रस्ताव रखा।

औद्योगिक प्रौद्योगिक पार्क का प्रस्ताव

उन्होंने शिक्षण में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीयकरण की प्रक्रिया को बढ़ाने के लिए भारतीय और वैश्रि्वक विशेषज्ञों के साथ शिक्षण में ग्लोबल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए अपना दृष्टिकोण स्पष्ट किया। प्रो। सिंह ने विश्वविद्यालय परिसर में उद्यमिता और स्टार्ट-अप विकसित करने के लिए औद्योगिक प्रौद्योगिकी पार्क के साथ गुरु श्रीगोरखनाथ बिजनेस इनक्यूबेटर की स्थापना का भी प्रस्ताव रखा। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रौद्योगिकी पार्क, सूचना और ज्ञान संसाधन केंद्र और संग्रहालय की स्थापना कर उत्कृष्टता का केंद्र प्राप्त किया जाना चाहिए।

ये रहे मौजूद रहे

बैठक का आरंभ प्रो। रविशंकर सिंह, ओएसडी, महायोगी गोरक्षनाथ शोधपीठ द्वारा प्रस्तुत प्रगति रिपोर्ट के साथ की गई। बैठक में डॉ प्रदीप राव, प्रो संजीत गुप्ता, डॉ मनोज गौतम, के। डब्ल्यू। खान, रजिस्ट्रार डॉ। ओम प्रकाश, पीआरओ महेंद्र कुमार सिंह और एपीआरओ डॉ। रुचिका सिंह भी उपस्थित रहे।