गोरखपुर (ब्यूरो)।यही वजह है कि पयर्टकों के आने पर न सिर्फ उनके ठहरने का उचित प्रबंध किया जाता है। बल्कि उनके सारे डाक्यूमेंट्स लेकर उन्हें सुरक्षा भी मुहैया कराई जाती है। यही वजह है कि गोरखपुर-आजमगढ़ मंडल के सात जिलों में 13.55 लाख टूरिस्ट आए। इनमें सर्वाधिक 8,60,142 टूरिस्ट सिर्फ गोरखपुर आए। आंकड़े बताते हैं कि दो मंडल में गोरखपुर जिला सबसे बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनकर उभरा है। कई टूरिस्ट स्पॉट होने से गोरखपुर की झोली पर्यटकों से भर गई। सर्वाधिक टूरिस्ट ने गोरखपुर जू देखा। वहीं, दूसरे नंबर पर खिचड़ी मेले का लुत्फ उठाया।

वल्र्ड लेवल पर गोरखपुर की अलग पहचान

बता दें, गुरु गोरक्षनगरी में पर्यटकों का फूट फॉल बढ़ा है। पहले के मुकाबले सोनौली से गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया तक इनके आने का सिलसिला जारी है, लेकिन सबसे ज्यादा गोरखपुर के प्रति रुझान बढ़ा है यही वजह है कि गुरु गोरक्षनगरी विश्व के पटल पर अपनी एक अलग पहचान बनाता जा रहा है। यहां गोरखनाथ मंदिर है तो रामगढ़ताल, गीता प्रेस, गीता वाटिका, जू, रेल म्यूजियम भी है। पर्यटकों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। इसके लिए रेलवे स्टेशन पर जीआरपी ने फॉरेन हेल्प डेस्क बनाई है। हेल्प डेस्क पर तैनात जवान बताते हैैं कि स्टेशन पर आने वाले पर्यटकों को उन्हें गोरखपुर में कौन सी जगह है, जहां पर घूम सकते हैैं। इसके बारे में जानकारी दी जाती है।

जिला - भारतीय पर्यटक - विदेशी पर्यटक

महाराजगंज - 40,786 - 00

गोरखपुर - 8,57,040 - 3102

कुशीनगर - 2,36,114 - 11,927

देवरिया - 37,381 - 00

आजमगढ़ - 51,495 - 00

मऊ - 66,521 - 00

बलिया - 51,050 - 00

कुल - 13,40,387 - 15,029

(नोट: आंकड़े टूरिस्ट डिपार्टमेंट के अनुसार 2022 के हैं.)

2 माह में आए टूरिस्ट

मंथ -- भारतीय - विदेशी

जनवरी - 17,362 - 468

फरवरी - 17,265 - 356

(नोट: आंकड़े 2023 के हैं.)

पर्यटकों के लिए जिलों में क्या खास

- गोरखपुर के लिए - खिचड़ी मेला, तरकुलहा देवी मेला, सरयू महोत्सव (बड़हलगंज), रेल संग्रहालय, डोहरिया कला, गोरखनाथ मंदिर, गीता वाटिका, गीता प्रेस, बुढिय़ा माई मंदिर, विष्णु मंदिर, चिडिय़ाघर, बोट जेट्टïी रामगढ़ताल

- सोनौली, महाराजगंज - लेहड़ा देवी

- कुशीनगर - बुद्ध पूर्णिमा मेला, नववर्ष मेला, राजकीय बौद्ध संग्रहालय, महापरिनिर्वाण मंदिर स्थल, फाजिलनगर, माथाकुवंर मंदिर, रामाभार स्तूप सील, कुबेर स्थान, सूर्य मंदिर

- देवरिया - दुग्धेश्वरनाथ, देवरहवा बाबा

- आजमगढ़ - महामंडलेश्वर महादेव, पल्हना देवी, चंद्रमा ऋषि आश्रम, पूर्वी माता मंदिर, भंवरनाथ मंदिर, अवंतिकापुरी, शीतलाधाम, हनुमान मंदिर, भैरवदेव स्थल, दुर्वासा ऋषि आश्रम

- मऊ - वन देवी मेला, स्थापना दिवस मेला, शहद स्मारक, मधुवन, वन देवी, देवलास स्थल, देंइया खुरहर, लक्ष्मण जी का सराय, नीरबाबा की दरगाह

- बलिया - ददरी मेला, शहीद स्मारक, बसंतपुर, भृगुमुनि आश्रम, संत परासर मुनि आश्रम, श्री वनखंडीनाथ, डुडाविहरा

इन देशों से गोरखपुर आते विदेशी पर्यटक

- पुर्तगाल, फ्रांस, पोलैैंड, यूक्रेन, रोमानिया, इटली, इजराइल, स्पेन, जर्मनी, स्लोवेनिया, जार्डन, स्विजरलैैंड, कनाडा, यूके, अर्जेंटीना, कोरिया, बेल्जियम, साउथ अफ्रीका, नेपाल आदि।

गोरखपुर-आजमगढ़ मंडल के सात जिलों में भारतीय व विदेशी पर्यटकों का रुझान बढ़ा है। जो भी पर्यटक आते हैैं, उन्हें प्रॉपर गाइड किया जाता है। उनकी निगरानी होती है। उनका स्वागत किया जाता है। उन्हें यहां के बारे में जानकारी दी जाती है।

रविंद्र मिश्रा, रीजनल टूरिज्म आफिसर