- पब्लिक प्लेसेज पर नहीं नजर आ रही है लोगों की भीड़

- प्रिकॉशनरी कदम उठाकर लोग कोरोना से बचने की निकाल रहे हैं तरकीबें

GORAKHPUR: कोरोना की दहशत दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। अब तक चुनिंदा सिटीज में पांव पसारने वाला यह वायरस धीरे-धीरे सभी शहरों को अपनी चपेट में ले रहा है। हालांकि यह सभी केस फॉरेन से ट्रैवल कर आने वाले लोगों के बीच मिल रहे हैं, लेकिन प्रिकॉशनरी मेजर्स से लोगों में डर बढ़ने लगा है। गोरखपुर की बात करें तो यहां भी लोगों में खौफ नजर आने लगा है। लखनऊ में मॉल और भीड़भाड़ वाले इलाकों को बंद करने के आदेश के बाद अब यहां भी मॉल में सन्नाटा पसरा नजर आया। एक्का-दुक्का लोगों की आवाजाही रही, लेकिन बाकी शॉप ओनर्स लोगों का इंतजार करते नजर आए। अगर यही हाल रहा और कंडीशन ऐसे ही पैनिक बनी रही, तो लोग घर से निकलना भी बंद कर देंगे।

थियेटर्स से भी किया किनारा

सिंगल स्क्रीन थियेटर्स हों या मल्टीप्लेक्स सभी जगहों पर इक्का-दुक्का लोग ही नजर आ रहे हैं। वहीं, पब्लिक प्लेसेज पर भी अब लोगों की भीड़ कम हो गई है। इतना ही नहीं लोगों को कोरोना का इतना खौफ हो गया है कि आने वालों को अपने संस्थानों में सेंसिटाइज करना शुरू कर दिया है। डॉक्टर्स ने भी सेफ्टी मेजर्स अपनाते हुए अपने क्लीनिक्स में भी सेनीटाइजर रखा हुआ है और उन्हें सेनिटाइज कर ही अंदर एंट्री दी जा रही है।

नई एडवाइजरी हुई जारी

कोरोना वायरस को लेकर लोगों के बीच दहशत है, वहीं सेफ्टी मेजर्स और प्रिकॉशन लोगों का डर बढ़ा रहे हैं। सोमवार को मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर ने नई एडवाइजरी जारी कर दी। इसके तहत अब सभी एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस, जिम, म्यूजियम के साथ ही कल्चरल और सोशल सेंटर्स को भी बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही स्वीमिंग पूल और थियेटर्स को भी बंद करने की हिदायत दी गई है। स्टूडेंट्स को भी घर रहने की सलाह दी गई है, वहीं ऑनलाइन एजुकेशन को प्रमोट करने की भी बात कही गई है।

यह दिए निर्देश

- स्कूल्स में अगर एग्जाम चल रहे हैं और उन्हें पोस्टपोन करने की पॉसिबिल्टी हो, तो इसे पोस्टपोन कर दिया जाए।

- वहीं अगर एग्जाम कराना बहुत जरूरी हो, तो स्कूल यह इंश्योर करें कि स्टूडेंट्स के बीच फिजिकल डिस्टेंस रखा जाए।

- प्राइवेट सेक्टर में जहां भी फीजिबल हो, वह वर्क फ्रॉम होम कल्चर एडॉप्ट किया जाए।

- मीटिंग्स भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही कंडक्ट की जाए।

- प्लांड वेडिंग में गैदरिंग को लिमिटेड किया जाए।

- रेस्टोरेंट में हैंडवाशिंग प्रोटोकॉल लागू किया जाए और टेबल के बीच कम से कम एक मीटर का डिस्टेंस हो।

- नॉन एसेंशियल ट्रेवल अवॉयड ि1कया जाए।

ट्रैवलिंग में भी निगरानी के निर्देश

मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर ने ट्रैवेल को लेकर नई एडवाइजरी भी जारी कर दी है। अब यूएई, कतर, ओमान और कुवैत से आने वाले पैसेंजर्स को भी 14 दिन की निगरानी में रखा जाएगा। यह ऑर्डर 18 मार्च की रात से प्रभावी हो जाएगा। वहीं, 18 मार्च से यूरोपियन यूनियन, यूरोपियन फ्री ट्रेड एसोसिएशन, टर्की और यूनाइटेड किंगडम से आने वाले पैसेंजर्स पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। यहां के लिए इन कंट्रीज से कोई पैसेंजर फ्लाइट में बोर्ड नहीं कर सकेगा। यह नियम 31 मार्च तक के लिए प्रभावी हैं।