गोरखपुर (ब्यूरो).रामगढ़ताल के किनारे नौकायन के पास से शुरू होकर सर्किट हाउस के पीछे मैरिएट होटल तक फैली वॉटर बॉडी के सुंदरीकरण का प्रस्ताव तैयार किया गया है। वॉटर बॉडी को और गहरा बनाया जाएगा, जिससे इसकी सफाई हो सके और पानी निरंतर बना रहे। इसके चारो ओर 2.4 मीटर चौड़ा एवं सड़क से छह इंच ऊंचा पाथ वे बनाया जाएगा। पाथ वे पर थोड़ी-थोड़ी दूर पर बेंच लगाए जाएंगे। इस बेंच में पौधा लगाने की जगह भी होगी। वहां ऐसे पौधे लगाए जाएंगे जो बड़े होकर छायादार वृक्ष बन सकें। हर बेंच के पास छाया की व्यवस्था होगी। जगह-जगह रंग-बिरंगे फूल के पौधे भी रोपे जाएंगे। वॉटर बॉडी के चारो ओर मिट्टी की कटान रोकने के लिए उपाय किए जाएंगे। तारामंडल एवं आंबेडकर पार्क को आपस में जोड़ा जाएगा।

जगह-जगह जूस कॉर्नर

दोनों ही स्थान वॉटर बॉडी से जुड़ते हैं और इस तरह की व्यवस्था बनाई जाएगी कि दोनों स्थानों से लोग वॉटर बॉडी में आ सकें और वहां बोटिंग का मजा ले सकें। तारामंडल के पीछे की सड़क से आंबेडकर पार्क में भी जा सकेंगे। वॉटर बॉडी के पाथ वे को पार्किंग से भी जोड़ा जाएगा, जिससे लोग अपनी गाड़ी पार्क करने के बाद पाथवे पर मनचाही दूरी तह टहल सकें और पार्किंग में वापस आ सकें। जगह-जगह जूस कॉर्नर आदि की भी व्यवस्था करने की तैयारी है, जिससे टहलने आने वाले लोगों को स्वास्थ्यवर्धक पेय भी मिले। पूरे पाथ वे पर सोलर लाइट भी लगाई जाएगी। मैरिएट होटल द्वारा यहां बोटिंग कराई जाएगी। लोग बोटिंग के साथ किसी भी समय टहल कर मनोरम दृश्य का आनंद ले सकेंगे। अपनी इच्छानुसार तारामंडल या आंबेडकर पार्क में भी जा सकेंगे।

वॉटर बॉडी के सुंदरीकरण के लिए पुल

वॉटर बॉडी के सुंदरीकरण के साथ ही इसपर दो पुल भी बनाए जाएंगे। एक पुल योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह से शुरू होकर वसुंधरा एन्क्लेव के पास सड़क तक बनाया जाएगा। इसपर लोग वाहन लेकर भी आ सकेंगे। किसी को देवरिया बाईपास जाना हो तो उसे चक्कर नहीं लगाना होगा और इस पुल को पार कर बाईपास पर आ जाएगा। दूसरा पुल पैदल चलने वालों के लिए बनाया जाएगा। इसे वॉटर बॉडी के शुरुआत में बनाया जाएगा। इसके जरिए सड़क को नौकायन से जोड़ा जाएगा, जिससे लोग पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने के बाद पैदल ही नौकायन तक जा सकेंगे।

वॉटर बॉडी के सुंदरीकरण के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। जल्द ही इसका निर्माण भी कर दिया जाएगा। मनोरंजन के साथ ही यहां लोग अच्छे स्वास्थ्य के लिए टहलने भी आ सकेंगे। वॉटर बॉडी के चारो ओर छह किलोमीटर लंबा सुंदर व छायादार पाथवे तैयार किया जाएगा।

- प्रेम रंजन सिंह, वीसी, जीडीए