राज्यपाल ने की बैठक, स्टॉल का किया अवलोकन

एजुकेशन पर जोर, बेटा-बेटी दोनों हैं एक समान

GORAKHPUR: प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सर्किट हाउस में स्वयं सहायता समूहों, टीबी ग्रसित बच्चों, किसान उत्पादक संगठन/प्रगतिशील किसानों के साथ बैठक की। उन्होंने 11 स्वयं सहायता समूह के सदस्यों से बात भी की। समूह की महिलाओं ने राज्यपाल को बताया कि समूह से जुड़ने पर ही उनका इकोनामिकल डेवलपमेंट हुआ। इसी से उनकी फैमिली में खुशहाली लौटी। राज्यपाल ने स्वयं सहायता समूहों को सात करोड़ 33 लाख 10 हजार का डेमो चेक दिया। कम्युनिटी टॉयलेट के तहत दो महिलाओं को चाबी और कोटे की एक दुकान के चयन का नियुक्ति पत्र दिया। उन्होंने 11 एनजीओ के स्टॉल का अवलोकन भी किया। कहा कि स्वयं सहायता समूह से महिलाओं को मान, सम्मान, गौरव प्राप्त हुआ है। देश के विकास में महिलाओं की शक्ति को जोड़ना होगा। महिलाएं अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें। किशोरियों, बेटियों, युवाओं के हित में अनेक योजनाएं शासन की तरफ से संचालित की गई हैं। इसके व्यापक प्रचार प्रसार से ही लोगों को लाभ ि1मल सकेगा।

बच्चियों का सशक्त होना है जरूरी

उन्होंने कहा कि समूह की महिलाओं को आगे आकर टीबी ग्रसित बच्चों और उनके परिवारों को प्रेरित करना चाहिए। अच्छे खान-पान से मरीज ठीक हो जाएगा। गांव में ऐसे मरीजों की जानकारी समूह को करनी चाहिए। एजुकेशन पर जोर देती हुई राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा जीवन उत्थान का बड़ा माध्यम होता है। समूह की महिलाओं से कहा कि वे संकल्प लें कि बेटा-बेटी में कोई भेद भाव नहीं है, दोनो एक समान हैं, ऐसे भाव के साथ अपने बच्चों को खूब पढ़ाएं। प्रौद्योगिकी शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह ने कार्यक्रम की प्रशंसा की। कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया।