-गोरखपुर यूनिवर्सिटी तैयार करेगा मठों, मदिरों और केन्द्रों को चिन्हित कर एक भौगोलिक हैंडबुक

-हैंडबुक का तीन दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार के दौरान किया जाएगा विमोचन

GORAKHPUR: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी नाथ पंथ से जुड़े सभी मठों, मंदिरों और केंद्रों को चिन्हित कर एक भौगोलिक हैंडबुक तैयार करेगा। इन केंद्रों की जीआईएस मैपिंग कर तैयार किए गए, नाथपंथ पर आधारित इस हैंडबुक को प्रकाशित किया जाएगा। इस हैंडबुक को महायोगी गुरू श्री गोरक्षनाथ शोध पीठ, डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी द्वारा 20-22 मार्च तक आयोजित होने वाले नाथ पंथ के वैश्रि्वक प्रदेय विषयक तीन दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार के दौरान विमोचन किया जाएगा। बुधवार को वीसी प्रो। राजेश सिंह की अध्यक्षता में हुई नाथ पंथ सेमिनार की समीक्षा मीटिंग में ये फैसला लिया गया है।

नाथ पंथ से के योगदान को जानेंगे लोग

प्रो। सिंह ने कहा कि नाथ पंथ से जुड़े इन सभी मठों, मंदिरों और शैक्षणिक केंद्रों की जानकारी हैंडबुक में संकलित की जाएगी। इससे ज्यादा से ज्यादा लोग नाथ पंथ और उसके वैश्रि्वक योगदान के बारे में शिक्षित होंगे। उन्होंने बताया कि हैंडबुक में केंद्र की भौगोलिक स्थिति, पता, शोध और आध्यात्मिक, सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित किया जाएगा। तीन दिवसीय सेमिनार में देश विदेश के ख्यातिलब्ध शिक्षाविदों, विद्वानों और नाथ पंथ के मठों से जुड़े विशिष्ट जन भाग लेंगे। स्पेन से भगवान नाथ, ऑस्ट्रिया से योगी हॉलमन नाथ, ब्राजील से योगिनी देवकीनाथ, अमेरिका के मिसिगन यूनिवर्सिटी से प्रो। माधव देश पांडेय समेत पुरी दुनिया में नाथ पंथ पर काम करने वाले शिक्षाविद ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड में जुडे़ंगे।

35-40 तकनीकी सत्रों को होगा आयोजन

कुल 35-40 तकनीकी सत्रों का आयोजन होगा। इसका खाका इंटरनेशनल सेमिनार को लेकर बनी समितियों की ओर से तैयार किया जा रहा है। सेमिनार के इनॉगरेशन और समापन समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहेंगे। सेमिनार में देश के साथ विदेशों में नाथ पंथ पर काम करने वाले शिक्षाविदों को सेमिनार में शामिल करने के लिए निमंत्रण भेजा जा रहा है। वीसी के निर्देश पर कोआर्डिनेटर्स की ओर से सभी सत्रों के विषय को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

सेमिनार में शामिल होने वाले ख्यातिलब्ध विद्वान

मॉरिशस से डॉ विश्वानन्द पुटिया, मध्यप्रदेश के डॉ। हरि सिंह गौर, डॉ बलवंत जानी, इंडियन काउंसिल के चेयरमैन प्रो। आरसी सिन्हा, अमेरिका से कपिलनाथ, दिल्ली यूनिवर्सिटी से प्रो। सुधीर सिंह, महाराष्ट्र से योगी विलासनाथ, रूस से योगी मत्स्येन्द्र, बांग्लादेश से डॉ। कुशल बी चक्रवर्ती, हिन्दू बुध क्रिश्चियन ओकाया परिषद के अध्यक्ष प्रो। नीम चंद्र भौमिक, जेएनयू से प्रो। कपिल कपूर, रोहतक के बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के प्रो। राम सजन पांडेय, हिमांचल प्रदेश सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति प्रो। हरमहेन्द्र सिंह बेदी व अन्य।

-सेमिनार के दौरान संचालित होने वाले सत्रों के मुख्य विषय'

अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में नाथ पंथ के प्रत्येक उपविषय पर पांच तकनीकी सत्रों का आयोजन होगा। आयोजन समिति की ओर से सेमिनार के लिए जिन उपविषयों का चयन किया गया है। उनके नाम कुछ इस प्रकार हैं। भारतीय योग परंपरा एवं नाथ पंथ, दर्शन साधना, साहित्य और नाथपंथ, राष्ट्र चिंतन, राष्ट्र निर्माण एवं नाथपंथ, नाथ पंथ: सामाजिक, सांस्कृतिक व वैज्ञानिक आयाम, नाथ पंथ के सांस्कृतिक स्थल एवं पर्यटन