गोरखपुर (ब्यूरो)।अब विभाग ट्रैकिंग, टे्रसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के जरिए इनफ्लूएंजा से निपटेगा। जिला अस्पताल में स्वॉब टेस्ट के लिए कोविड जांच केंद्र में पर्याप्त मात्रा में किट भी उपलब्ध करा दिया गया है।

स्वॉब टेस्ट होना जरूरी

इनफ्लुएंजा से निपटने के लिए शासन ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज के आईसीएमआर लैब मेें सैैंपल टेस्टिंग के लिए हरी झंडी दे दी है। वहीं जिला अस्पताल के कोविड जांच केंद्र पर इनफ्लूएंजा जांच के लिए स्वॉब टेस्ट किए जाएंगे। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में किट उपलब्ध कराई गई है। वेक्टर डिजीज प्रभारी व एसीएमओ डॉ। एके चौधरी ने बताया कि इनफ्लूएंजा से निपटने के लिए गुरूवार को सभी डॉक्टर्स, सीएचसी व पीएचसी प्रभारी को ट्रेनिंग दी जाएगी। जिला अस्पताल में इनफ्लूएंजा से निपटने के लिए 10 बेड का वार्ड रिजर्व कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि फोर-टी के तहत इस पर हम विजय प्राप्त करेंगे।

ऐसे काम करेगा 4-टी सिस्टम

ट्रैकिंग के लिए - फीवर से जूझ रहे मरीज का नाम, पता नोट किया जाएगा। इसके लिए स्टाफ नर्स को ट्रेनिंग दे दी गई है। इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर से मरीजों को ट्रैक किया जाएगा। उनसे फोन पर पूछताछ की जाएगी।

ट्रेसिंग के लिए - बुखार वाले मरीजों को इलाज के दौरान आशा बहुओं के माध्यम से उनके संपर्क में आने वाले सभी को ट्रेस आउट किया जाएगा। नाम व पता भी नोट किया जाएगा। कहां से आए और कहां बीमार हुए यह सारी बातें नोट की जाएंगी।

टेस्टिंग - कोरोना की तरह इनफ्लूएंजा की भी जांच किट आ गई है। कोविड जांच केंद्र पर ही डॉक्टर जांच कराएगा। टेस्टिंग के लिए नाक व मुंह से स्वॉब लिए जाएंगे। फिर उस सैैंपल को आईसीएमआर लैब भेज दिया जाएगा।

ट्र्रीटमेंट - मरीज के इलाज के लिए जिला अस्पताल, सभी सीएचसी-पीएचसी पर पैरासिटॉमॉल व सिटीजिन आदि एंटीबॉयोटिक दवाएं रखी गई हैैं, जो पर्याप्त मात्रा में आई हैैं।

गंभीर मरीजों को रहना होगा एलर्ट

एसीएमओ डॉ। एके चौधरी ने बताया कि कोविड और इनफ्लूएंजा के लक्षण सामान हैैं। ऐेसे में जो गंभीर मरीज हैैं। यानी की बच्चे, बुजुर्ग और कैंसर पेसेंट्स आदि के मरीजों को बेहद सावधान रहना है। अगर इस तरह के मरीज बुखार, बदन दर्द से जूझ रहे हैैं और उन्हें इस इनफ्लूएंजा की शिकायत आई है तो आक्सीजन कंस्टे्रटर लगाए गए हैैं। सभी सीएचसी-पीएचसी पर आक्सीजन प्लांट फंक्शनल हैैं।

फैक्ट फीगर

- जिला अस्पताल में 10 बेड आरक्षित

- 17 ऑक्सीजन प्लांट - 10242 एलपीएम क्षमता

- ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर - 883

- 23 पीएचसी पर - 4 बेड रिजर्व

- 19 सीएचसी पर - 30 बेड की व्यवस्था

- 1 इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर

- सैैंपलिंग सेंटर - जिला अस्पताल

कोरोना और इनफ्लूएंजा के सामान लक्षण हैैं, ऐेसे में स्वॉब टेस्ट किया जाएगा। पर्याप्त मात्रा में किट उपलब्ध है। जिला अस्पताल से संदिग्ध बुखार के मरीजों के सैैंपल लिए जाएंगे। जो बीआरडी आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजे जाएंगे।

- डॉ। आशुतोष दुबे, सीएमओ