- जल शक्ति मंत्री ने समरखा बैठक के दौरान दिए निर्देश

GORAKHPUR: प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डॉ। महेन्द्र सिंह ने निर्देश दिया कि बाढ़ से प्रभावित सभी ग्रामों में स्वास्थ्य विभाग की टीम विजिट करते हुए विशेष रूप से मधुमेह, हृदय रोग, न्यूरो आदि बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों की जांच करेगी। समुचित दवा उपलब्ध कराने में सहयोग करे। उन्हाेंने कहा कि पीएचसी-सीएचसी स्तर के डॉक्टर्स को ग्राम आवंटित कर नोडल अधिकारी नामित करें। उनके माध्यम से यह सुनिश्चित करें कि ग्राम में शतप्रतिशत चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध करा दी गई हैं और प्रत्येक दिन उनकी समीक्षा करें। यह निर्देश उन्होंने सर्किट हाउस मे बाढ़ से बचाव की समीक्षा बैठक के दौरान दिया।

बाढ़ प्रभावित एरिया में डॉक्टर दें सेवाएं

उन्होने कहा कि बाढ़ से प्रभावित प्रत्येक ग्राम में कितने पशु हैं, को सूचीबद्ध करते हुए भूसा-चारा उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। उन्होने निर्देश दिया कि जिन ग्रामों में बाढ़ नहीं है, वहां के कर्मचारियों व चिकित्सकों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकीय सेवाएं प्रदान किए जाने के लिए नामित करें और उनकी जिम्मेदारी सुनिश्चित करें कि प्रत्येक व्यक्ति चिकित्सकीय सेवाओं से लाभान्वित हो रहा है तथा ग्राम विकास अधिकारी-सेक्रेट्री अनिवार्य रूप से ग्राम में प्रवास करें।

मंत्री ने दिया डीएम को निर्देश

मंत्री ने कहा कि तटबंधों की सतत् निगरानी की जाए और जहां-जहां पर सीपेज आदि घटनाएं घटित हो रही हैं, वहा पर पर्याप्त मानव व भौतिक संसाधन लगाते हुए तटबंधों को सुरक्षित किया जाए। उन्होने निर्देश दिया कि प्रत्येक विकास खंड स्तर पर कम्यूनिटी किचन संचालित किया जाए और प्रभावित व्यक्तियों को शुद्ध व गर्म भोजन तथा शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए। बैठक में डीएम विजय किरण आनंद ने मंत्री को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का गुणवत्तापूर्ण रूप से पालन सुनिश्चित किया जाएगा तथा कार्यवाही में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जाएगी। वहीं बैठक में कमिश्नर रवि कुमार एनजी सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे।