- स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रिवेंटिव केयर का महत्व विषय पर आयोजित हुआ सेमिनार

- एम्स की निदेशक सहित जाने-माने डॉक्टर हुए कार्यक्रम में शामिल

GORAKHPUR: आज के दौर में बदलते लाइफ स्टाइल की वजह से लोगों को तमाम शारीरिक समस्याएं हो रही हैं। हमारे पूर्वज आयुर्वेद पर निर्भर थे। कोरोना महामारी के बीच आयुर्वेद की महत्ता को पूरा विश्व जान भी चुका है। पहले लोग व्यायाम करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। युवा पीढ़ी फास्ट फूड खा रही हैं। इसकी वजह से उनकी सेहत बिगड़ रही है। यह बातें हेल्थ मिनिस्टर जय प्रताप सिंह ने कहीं। वह स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित संगोष्ठी स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रिवेंटिव केयर का महत्व विषय पर बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किताबों को पढ़ने के बजाय लोग सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बीता रहे हैं। जबकि सेहतमंद रहने के लिए सुबह जल्दी उठें और टहले।

विदेशों में साइकिल पर आए लोग

कहा कि भारत में लोग थोड़ा सा कमा लेते हैं तो गाड़ी ले लेते हैं। जबकि विदेशों में लोग साइकिल पर आ गए हैं। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। एम्स की निदेशक डॉ। सुरेखा किशोर ने कहा कि भारत को शुगर की राजधानी कहते हैं। हम अपनी लाइफ स्टाइल को खराब कर चुके हैं। पूरे विश्व में 62 प्रतिशत लोगों की मौत शुगर से होती है। अगर शुरुआती दिनों में अगर संभल जाएं तो इसे नियंत्रित कर सकते हैं। इसके लिए अपनी जिदंगी में दो मिनट का वक्त योग और ध्यान में देना होगा।

कई बीमारियों को कर सकते हैं खत्म

एसजीपीजीआई के डॉ। आर हर्षवर्धन ने कहा कि कैंसर ला इलाज नहीं है। अगर सही समय पर इलाज शुरू हो जाए तो कैंसर से निजात पाया जा सकता है। वहीं बीआरडी प्रिंसिपल डॉ। गणेश कुमार ने कहा कि साफ-सफाई अपनाने से जिदंगी में कई बीमारियों को खत्म कर सकते हैं। सुपर स्पेशिलटी कैंसर इंस्टीट्यूट लखनऊ की डॉ। प्रियंका सिंह ने कहा कि किशोरियों की मासिक धर्म की समस्या है। इसकी वैज्ञानिक है, लेकिन गांव में लोग इसे छुआछूत मानते हैं। जबकि यह पूरी तरह से प्रकृति से जुड़ा हुआ है।

मानसिक रोगों पर हुआ चर्चा

वर्चुअल रूप से जुड़े मेदांता के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। नकुल सिन्हा ने कहा कि दिल की बामारियों पर चर्चा की। केजीएमयू के मनोचिकित्सा विभाग के एचओडी डॉ। पीके दलाल ने मानसिक रोगों के बारे में बताया। एसजीपीजीआई के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ। विनीता ई मणि ने जेई और एईएस की पहचान के बारे में बताया। संगोष्ठी को डॉ। वैद्य अभय नाराण तिवारी, डॉ राजकिशोर सिंह ने भी संबोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन एडी हेल्थ डॉ। जर्नादन मणि त्रिपाठी और संबोधन भाषण सीएमओ डॉ सुधाकर पांडेय ने दिया। जबकि संचालन समन्वयक डॉ मुस्तफा खान ने किया। इस दौरान डॉ। एसीएमओ डॉ। नंद कुमार, मंडलीय कार्यक्रम प्रबंधक अरविंद पांडेय, पकंज आनंद, सह समन्वयक अमर नाथ जायसवाल, सुनीता पटेल आदि मौजूद रहीं।