गोरखपुर (ब्यूरो)।पहले चरण में दोनों बीमारियों से पीडि़त 10-10 पेशेंट्स के ऑपरेशन का फैसला लिया गया है। यह ऑपरेशन बीआरडी के सुपर स्पेशियलिटी डिपार्टमेंट के डॉक्टर करेंगे।

पहले फेज में शुरू हुई एंजियोग्राफी

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में करीब एक साल पूर्व सुपर स्पेशियलिटी सेवा की शुरुआत की गई थी। सेवा शुरू होने के बाद सुपर स्पेशियलिटी में हार्ट रोग, यूरोलॉजी, न्यूरोलॉज की ओपीडी शुरू की गई। इसके बाद से ओपीडी में पेशेंट्स की संख्या लगातार बढ़ती गई है। इन सबके बीच हार्ट रोग विभाग ने पहले चरण में पेशेंट्स के एंजियोग्राफी शुरू कराई। इसके बाद एंजियोप्लास्टी की शुरुआत की गई। अब तक 350 से अधिक मरीजों का एंजियोप्लास्टी के साथ 90 से अधिक पेशेंट्स को पेस मेकर लगाया जा चुका है। इन सबके बीच विभाग ने अब हार्ट के वॉल्व और दिल के छेद से पीडि़त पेशेंट्स के इलाज का फैसला लिया है।

जल्द शुरू होगा ऑपरेशन

अब इन बीमारियों से पीडि़त पेशेंट्स का ऑपरेशन बीआरडी के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में होगा। इसके लिए पेशेंट्स को प्राइवेट हॉस्पिटलों से काफी कम रुपए खर्च करने होंगे। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के हार्ट रोग विशेषज्ञ डॉ। कुणाल सिंह ने बताया कि दिल के छेद के 10 पेशेंट्स की लिस्ट तैयार की गई है। इनकी उम्र 16 से 40 वर्ष है। इसी तरह हार्ट के वॉल्व बदलने वाले पेशेंट्स की उम्र 30 से 50 वर्ष है। नए साल से इन पेशेंट्स का ऑपरेशन शुरू किया जाएगा।

रियायत दर पर होंगे ऑपरेशन

डॉ। कुणाल सिंह ने बताया कि हार्ट पेशेंट्स का बेहद कम खर्च में इलाज किया जाएगा। दिल के छेद की लागत एक लाख 10 हजार से एक लाख 30 हजार के आसपास होगी। जबकि, वॉल्व की कीमत कंपनी के हिसाब से अलग-अलग होगी। इसके लिए पेशेंट्स को कम से कम 50 हजार और अधिकतम एक लाख तक खर्च करन होंगे। जबकि, प्राइवेट हॉस्पिटलों में दिल के छेद के ऑपरेशन की कीमत दो से ढाई लाख रुपए है। इसके अलावा वॉल्व लगाने की कीमत दो से ढाई लाख रुपए हैं।