गोरखपुर (ब्यूरो)।दो जून तक इसी नक्षत्र में रहेंगे। हिंदू मान्यताओं के अनुसार सूर्य के नक्षत्र बदलते ही नौतपा शुरू हो जाता है। इसका मतलब नौ दिनों तक तेज गर्मी रहेगी और लोगों को इसका सितम झेलना पड़ेगा।

तेज हवा के साथ पड़ेगी गर्मी

पंडित शरदचंद उपाध्याय के अनुसार 25 मई को सुबह 8.15 बजे सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। इस नक्षत्र में गोचर के बाद सूर्यदेव 2 जून की सुबह 6.40 बजे दूसरे नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इस वर्ष नौतपा के दौरान 25, 26 मई को सामान्य रहेंगे। जबकि 27, 28, 29, 30 मई को तेज हवा के साथ गर्मी पड़ेगी। अंतिम दिन 31 मई, 1 और 2 जून को तेज हवा के साथ उमस भरा मौसम रहने का अनुमान है।

मैक्सिसम टेम्प्रेचर 40 डिग्री

इन दिनों अधिकतम तापमान 40 डिग्री के करीब चल रहा है। इसकी वजह से लोगों को गर्मी झेलनी पड़ रही है। शनिवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री रहा। वहीं, शुक्रवार को 39.6, गुरुवार को 38 डिग्री, बुधवार को 39.7, मंगलवार को 40 डिग्री अधिकतम तापमान रहा।

क्या है नौतपा

नौतपा का मतलब सूर्य का नौ दिनों तक अपने सर्वोच्च ताप पर होना है। यानी इस दौरान अपने चरम पर गर्मी रहेगी। नौतपा के कारण संक्रामक रोगों में कमी आती हैं। खगोल विज्ञान के अनुसार इस दौरान धरती पर सूर्य की किरणें सीधी लंबवत पड़ती है, जिस कारण तापमान अधिक बढ़ जाता है। दसवें दिन से यह दूरी बढऩे लगती है। यदि नौतपा के सभी दिनों में तपती गर्मी रही तो यह अच्छी बारिश का भी संकेत है।

अगले तीन दिन के तापमान का अनुमान

दिन अधिकतम न्यूनतम

रविवार 41 26

सोमवार 41 27

मंगलवार 39 26

हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए मांगी हेल्प

बढ़ती गर्मी और लू (हीटस्ट्रोक) से लोगों को बचाने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की ओर से पहल की गई है। यातायात विभाग, नगर निगम व जीडीए को पत्र लिखकर हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए सहयोग मांगा गया है।

दोपहर 12 से अपराह्न 3 बजे तक हीट स्ट्रोक

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने हीट स्ट्रोक को देखते हुए तैयारियां शुरू कर दी हैं। डीडीएमए की ओर से नगर आयुक्त, जीडीए सचिव और एसपी ट्रैफिक को पत्र के जरिए सहयोग मांगा गया है। नगर आयुक्त को लिखे पत्र में बताया गया है कि जनपद और विशेषकर शहरी क्षेत्र में तापमान के कारण हीट स्ट्रोक बढ़ रहा है। दोपहर 12 से अपराह्न 3 बजे के बीच हीट स्ट्रोक अधिक होता है। ऐसे में चौराहों व बाजारों में टैंकर के माध्यम से आमजन व यात्रियों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जाए। चौराहों के समीप अस्थायी छायादार शरणालयों की स्थापना हो। रैन बसेरों को हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए शेल्टर होम के रूप में प्रयोग किया जाए। सार्वजनिक पेयजल स्रोतों की मरम्मत व उसे क्रियाशील रखें। नगर स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से जगह-जगह नि:शुल्क ओआरएस कैंप की स्थापना भी हो। इसी तरह एसपी ट्रैफिक को चौराहों पर सिगनल मैनुअल मोड पर संचालित कराने और ट्रैफिक लोड जल्द क्लीयर कराने को कहा गया है। साथ ही अन्य सुझाव दिए गए हैं। जीडीए को भी जिम्मेदारी दी गई है।