गोरखपुर (ब्यूरो)।शादी विवाह की तैयारियां फिर से शुरू हो गई हैं, जिनके घरों में शहनाइयां बजनी हैं। वे इन दिनों जमकर खरीदी कर रहे हैं। खासकर ज्वेलरी को लेकर लोगों की रुचि सबसे ज्यादा देखी जा रही है। दिन-प्रतिदिन बढ़ते सोने चांदी के दामों के बावजूद खरीदारों में कोई कमी नहीं आई है। हालांकि वेडिंग ज्वेलरी में एक बार फिर पुराना फैशन लौटा है। पूर्वांचल में पारंपरिक गहनों की डिमांड फिर होने लगी है। सराफा बाजार में अधिकतर दुकानदारों से कटस्मर्स पारंपरिक गहनों की मांग कर रहे हैं। साथ ही लगे हाथ बुकिंग भी करा रहे हैं।

पारंपरिक ज्वेलरी सदाबहार फैशन

कस्टमर नीतू बताती हैं कि इन गहनों में परंपरा और संस्कृति की झलक देखने मिलती है। साथ ही ये सदाबहार फैशन के रूप में जाने जाते हैं। जबकि नई डिजाइनें कुछ दिनों में ही पुरानी लगने लगती हैं। हालांकि पहले की अपेक्षा अब ये ज्वेलरी कम वजनी हो गई हैं, लेकिन भराव वाली डिजाइनें होने से ये दुल्हन पर ज्यादा खूबसूरत दिखती हैं। कई शादियों में पहनी जा सकती हैं।

मारवाड़ी की ज्यादा मांग

ऐश्प्रा जेम्स एंड ज्वेलस के अतुल सराफ ने बताया, सोने के हैवी गहनों में मारवाड़ी, दक्षिण भारतीय गहनों की डिमांड ज्यादा है। ज्वेलरी देखने में जितनी सुंदर होती है, उतनी ही पहनने वाले को खूबसूरत भी बनाती हैं। इनके डिजाइन अन्य गहनों की अपेक्षा ज्यादा मजबूत होते हैं। ऐतिहासिक व ट्रेडिशनल विषयों पर बनी फिल्मों, टीवी सीरियल में भी इन्हीं गहनों का सबसे ज्यादा उपयोग दिखाया जाता है, जिससे ये ट्रेंड पिछले एक साल में तेजी से बढ़ा है।

इन गहनों की डिमांड

पांचाली, शॉर्ट मंगलसूत्र, रानी हार, कंछड़ी, नथ, बेंदी, बाजू बंध, कमर पट्टा, करधन, टेम्पल ज्वेलरी, जो कि पौराणिक मठ मंदिरों की मूर्तियों में दिखाई देती हैं।

शादियों के शुभ मुहूर्त

- मई में 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 15, 16, 17, 20, 21, 22, 26, 27, 28, 29, 30, 31.

-जून में 1, 3, 4, 5, 7, 11, 12, 13, 16, 17, 22, 23, 25, 26, 27, 28.

सराफा बाजार में नए कलेक्शन आ गए है। मांग बढ़ी है। कस्टमर्स से अनुरोध है कि सिर्फ हॉलमार्क ज्वेलरी खरीदें, जिससे मिलावटी सोने से आप बच पाएंगे।

गणेश वर्मा, अध्यक्ष सराफा मंडल

पारंपरिक ज्वेलरी की डिमांड आ रही है। कस्टमर हल्की और शोअर डिजाइंस पसंद कर रहे है। बाजार में नए कलेक्शन मौजूद हैं।

संजय अग्रवाल, परंपरा जेम्स एंड ज्वेल्स

मई से शादियां शुरू हो रही हैं, जिसके चलते गोरखपुराइट्स ज्वेलरी की बुकिंग पहले से करा लं रहे हैं। क्योंकि गोल्ड रेट पता नहीं कब बढ़ जाएं।

नीरज सराफ, अलंकार ज्वेलर्स