गोरखपुर (ब्यूरो)। काफी समय के बाद गोरखपुर में सोमवार को कोरोना का एक केस सामने आया। इससे एक बार फिर हेल्थ डिपार्टमेंट हलाकान है। वहीं, जिन लोगों ने अभी तक सेकेंड डोज नहीं लगवाई है। उनमें एंटीबॉडी नहीं बनने पर कोरोना संक्रमण का खतरा हो सकता है। यूपी गवर्नमेंट की तरफ से जारी निर्देश मेेंं 60 प्रतिशत टेस्टिंग पर जोर दिया गया है। सर्विलांस का दायरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और यहां आने वाले यात्रियों का रखा गया है। हालांकि, गोरखपुर एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल फ्लाइट नहीं आती हैैं, लेकिन उसके बाद भी एयरपोर्ट पर जांच के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से चार मेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है।

संक्रमण का बढ़ सकता है खतरा

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। एनके पांडेय ने बताया, कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन बेहद खतरनाक है। इससे बचने के लिए दो गज की दूरी मास्क है जरूरी के कोविड प्रोटोकॉल का पालन जरूर करें। अन्यथा कोरोना संक्रमण बढऩे का खतरा हो सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ली है। वह ले लें, उसके लिए दोनों सर्टिफिकेट भी अपने जरूर रखें। हेल्थ डिपार्टमेंट ने एहतियातन आरटीपीसीआर की जांच का दायरा बढ़ाते हुए 3500 का टारगेट कर दिया है। जबकि एंटीजन किट से होने वाले जांच के लिए 1000 का टारगेट तय किया है।

जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए पुणे या दिल्ली भेजेंगे लैब

बीआरडी मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ। अमरेश कुमार सिंह ने बताया, कोरोना का नया स्ट्रेन ओमिक्रॉन बेहद खतरनाक है। कोरोना के डेल्टा, डेल्टा प्लस और कप्पा वैरिएंट से भी यह खतरनाक है। इस पर कोविड वैक्सीन की दोनों डोज उतनी असरदार नहीं हैं। ऐसे में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना ही इससे बचाव का इलाज है। वहीं, नए स्ट्रेन की जांच के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग से ही इस वैरिएंट का पता लगाया जा सकता है। अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति है तो उसकी जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाएगी। इसके लिए पुणे या दिल्ली लैब सैैंपल भेजा जाएगा।

यह है एयरपोर्ट पर उतरने वाले यात्रियों के लिए गाइडलाइन

- इंटरनेशनल व डोमेस्टिक एयरपोर्ट पर होगी सभी यात्रियों की सघन स्क्रीनिंग।

- विदेश से आने वालों का अनिवार्य रूप से आरटीपीसीआर टेस्ट होगा।

- एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों का नाम व पता नोट होगा और इसे इंटरनेशनल ट्रेवल केटेगरी के पोर्टल पर भी किया जाएगा दर्ज।

- सभी यात्रियों को 8 दिन के होम क्वारंटीन के लिए सूचित करने के साथ ही आईसीसी की टीम द्वारा उसका नियमित फॉलोअप फोन से लिया जाएगा।

- 8 दिन के बाद फिर से सभी का फ्री ऑफ कास्ट आरटीपीसीआर टेस्ट किया जाएगा।

- वहीं, डोमेस्टिक एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों के थर्मल स्क्रीनिंग के निर्देश हैं।

- लक्षण पाए जाने वाले यात्रियों का अनिवार्य रुप से फ्री ऑफ कास्ट आरटीपीसीआर टेस्ट होगा।

- इसके अलावा 10 फीसदी यात्रियों का रेंडमली आरटीपीसीआर टेस्ट कराना होगा, ताकि किसी भी दशा में इस संक्रमण को फैलने न दिया जाए।

- इन यात्रियों की भी डिटेल्स के साथ ट्रेवल हिस्ट्री को डोमेस्टिक ट्रेवल केटेगरी के पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा।

फैक्ट फीगर

अब तक कोरोना पॉजिटिव पेशेंट - 59,434

अब तक कोरोना से स्वस्थ हुए पेशेंट- 58,586

अब तक कोरोना से हुई मौत - 848

कोविड मृत्यु दर - 0.014

इन लक्षणों पर होगी कोविड जांच

- बुखार।

- खांसी।

- शरीर दर्द अथवा सिर दर्द।

- सांस लेने में कठिनाई या सांस फूलना।

- स्वाद अथवा खुशबू की संवेदना का चले जाना।

- बुखार के साथ दस्त।

- बुखार के साथ त्वचा पर चकत्ते।

लेनी होगी हास्पिटल की हेल्प

- लगातार कई दिनों तक 101 डिग्री से ज्यादा बुखार।

- सांस फूलना और सांस लेने में परेशानी।

- ऑक्सीजन का स्तर 94 फीसदी से कम होना (थोड़ी देर पल्स ऑक्सीमीटर से लगातार देखने पर)

-रोगी में मानसिक भ्रम की स्थिति।

जिले में कोविड जांच केंद्र

- कुल जांच केंद 45

-रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर भी की जा रही हैं जांच

-1000 एंटीजन प्रतिदिन और 3500 आरटीपीसीआर जांच हो रही हैं।

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन पर हम लोग हाई अलर्ट हैं। खासतौर पर विदेश से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर है। ट्रैक और ट्रेसिंग पर जोर देने के लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम लगातार काम कर रहा है।

डॉ। सुधाकर पांडेय, सीएमओ गोरखपुर