गोरखपुर (ब्यूरो)। जिले में चिलुआताल, गुलरिहा, चौरीचौरा, बड़हलगंज, गोला, बांसगांव, खजनी, सहजनवां, खोराबार समेत शहर के कुछ इलाके में झाडृ फूंक करने वालों की दुकानें बेधड़क चल रही हैं। चौरीचौरा के बैकुंठपुर में रविवार को सोखइती में लगीं दो महिलाओं पर हुए हमले के बाद एक बार फिर सोखाओं के रजिस्टर निकलने लगे हैं।

अनोखा है भूत भगाने का तरीका

सोखाओं को भूत भगाने तरीका अनोखा है। वहीं, सोखा की पहचान होती है। सोखइती करते समय देखने वालों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। फिर भी लोग रिस्क लेते हैं।

तिवारीपुर एरिया में बगदादी चिराग से इलाज

तिवारीपुर एरिया में एक सोखा रहता है। उसके पोस्टर शहर में कई जगह दीवारों पर चस्पा किए गए हैं। बताया जाता है कि यहां सोखा के पास एक बगदादी चिराग है, जिससे वह हर बीमारी दूर कर देता है। वहीं यह सोखा एक मुर्गा काटता है, जिसमे 25 तरह के आइटम डालता है। उसे फिर जलाता है। दावा है, इससे भूत डरकर भाग जाते हैं।

अवघड़ की फीस 10 हजार से स्टार्ट

गुलरिहा एरिया के अवघड़ बहुत मशहूर हैं। इनके पास नेपाल, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर और देवरिया तक से लोग अपनी परेशानी दूर कराने आते हैं। एक व्यक्ति जिसने अपने रिश्तेदार का यहां इलाज करवाया था। उसने बताया कि यहां अवघड़ अपना पेशाब पीकर एक धारदार थाली पर खड़े हो जाते हैं। जब तक भूत भाग नहीं जाता तब तक भखौती करते रहते हैं। इनकी फीस दस हजार रुपए से स्टार्ट है।

बुढिय़ा माई में भगाया जाता है भूत

बुढिय़ा माई मंदिर के पास भी भूत भगाया जाता है। यहां हर सीजन में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती हैं। बहुत से लोग यहां भूत प्रेत भी झरवाने आते हैं। यहां पर झाड़ू और चप्पल से भूत भगाया जाता है। यहां पर काला जादू टोना भी उतारा जाता है।

सीने पर चढ़कर धंसाते हैं त्रिशूल

गुलरिहा एरिया में एक जगह अजीत तरीके से सोखइती होती है। यहां के लोगों ने बताया कि एक बाबा हैं, जो सीने पर त्रिशूल लेकर चढ़ जाते हैं, फिर जब तक भूत भाग नहीं जाता तब तक नीचे नहीं उतरते हैं। महिला हो या पुरुष, सबका वो इसी तरह इलाज करते हैं।

इन तरीकों से सोखा भगाते हैं भूत

। झाड़ू से सिर पर तब तक मारते हैं जब तक भूत ना उतर जाए।

। भूत से पीडि़त व्यक्ति का सोखा बाल दांत से काटते हैं।

। हाथ में कपूर जलाकर पीडि़त के सिर पर रखते हैं।

। त्रिशूल सीने पर रखकर खड़े हो जाते हैं।

। बगदादी चिराग और मुर्गा काटकर दूर करते हैं रोग।

। देवी को गीत गाकर बुलाते हैं, फिर भगाते हैं चुड़ैल।

सोखइती से कर रहे मोटी कमाई

रोग फीस

। बरम भगाने का 2000-5000 रुपए

। ब्यार भगाने का 1500-2500 रुपए

। घर का भूत भगाने का 10,000-1.5 लाख रुपए

। अकाल मूत्य रोकने का 10,000- 1 लाख रुपए

। चुडै़ल भगाने का 2000-5000 रुपए

जहां भी झाड़ फूंक हो रही है, हर थाने में सोखा रजिस्टर है। इसमें से एक्टिव कितने हैं। पता लगाया जा रहा है। बाहर से भी आकर यहां तांत्रिक जादू टोना कर रहे हैं। इनकी एक लिस्ट बनाकर कार्रवाई की जाएगी।

मनोज कुमार अवस्थी, एसपी नॉर्थ