गोरखपुर (ब्यूरो)। इन कैंडिडेट्स की जीत के पीछे और कौन था। कौन इन कैंडिडेट्स के लिए दिन-रात एक किए था। जी हां बात की जा रही है सोशल वॉरियर्स की, जिनकी सोशल लड़ाई के आगे विपक्ष बौना साबित हो गया। भाजपा की आईटी सेल, @myàægiaditynath ·Ô¤ âæÍ-âæÍ @myàægiàæffice भी पूरी तरह से एक्टिव रही। जिले की नौ विधानसभा सीटों की मतगणना गुरुवार सुबह जैसे ही शुरू हुई। वैसे ही सोशल मीडिया पर वॉर छिड़ गया। मतगणना के शुरुआती रुझानों के मुताबिक भाजपा के साथ-साथ सपा कार्यकर्ता भी जोर-शोर से सूचनाएं अपडेट करने में लगे रहे। वहीं, दोपहर बाद जैसे ही जीत-हार का अंतर बढऩे लगा। वैसे ही बीजेपी समर्थक भारी पडऩे लगे। चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने से लेकर मतगणना के खत्म होने तक बीजेपी समर्थकों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर खूब सक्रियता दिखाई। जबकि सोशल लड़ाई में कांग्रेस और बसपा टिकी ही नहीं।

ईवीएम को लेकर चल रही थी जंग, रिजल्ट पर हो गए दंग

गुुरुवार सुबह से ही बीएसएफ ने काउंटिंग सेंटर के चारों तरफ घेराबंदी कर ली। बगैर अनुमति के किसी को भी भीतर नहीं जाने दिया। इसलिए मतगणना एजेंट के अलावा बाहर मौजूद रहकर सपा और भाजपा कार्यकर्ता भीतर चल रही गतिविधियों की जानकारी लेते रहे। शुरुआती रुझानों के मुताबिक ही सोशल मीडिया पर जंग तेज हो गई, लेकिन दोपहर बाद जैसे ही परिणाम बीजेपी के पक्ष में जाने लगे। धीरे-धीरे बीजेपी के समर्थक सोशल मीडिया पर भारी पडऩे लगे। दोपहर दो बजे के बाद वोटों का अंतर देखकर सपा कार्यकर्ता भी दंग रह गए।

डिजिटल प्लेटफॉर्म पर चलाया अभियान फोटो के साथ

सीएम की पर्सनल सोशल मीडिया टीम के यूनिवर्सिटी प्रोफेसर, एक्स। जर्नलिस्ट व कॉरपोरेट एग्जीक्यूटिव, मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स, सॉफ्टवेयर इंजीनियर व गोरखनाथ मंदिर से जुड़े 15 मेंबर्स ने 24 घंटे काम करते हुए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पूरे अभियान की कमान संभाले रखी। यह टीम सीएम के पर्सनल, ऑफिस अकाउंट, गोरखनाथ मंदिर के ट्विटर, फेसबुक और कू पर अकाउंट की जिम्मेदारी संभाल रही थी। वहीं, भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय में 50 लोगों की आईटी टीम 2 शिफ्ट में काम कर वर्चुअली लड़ाई लड़ रही थी।

काउंटिंग डे पर आते रहे ऐसे-ऐसेे कमेंट

- कभी कहा गया कि एकदम आंकड़ा पलट रहा है। सब्र कीजिए, डटे रहिए।

- राजतिलक की करो तैयारी, आ रहे भगवाधारी।

- इतिहास रचने को अग्रसर बीजेपी।

- मिठाई वाले बता रहे हैं कि सपा और कांग्रेस वाले आर्डर ही नहीं दे रहे हैं।

- जैसे पुष्पा नहीं झुकेगा, वैसे बुल्डोजर भी नहीं झुकेगा।

- हां तो अब बताइए यूपी में का बा।

- यूपी में बाबा हैं बाबा।

- बुलडोजर भी ब्रेक डांस करता है।

- गोरखनाथ की धुनी में चिलम का धुंआ और भगवा रंग में लोहे का जंग देखने वालों को अपनी आंखों का उपचार कराना चाहिए।

- हौसला पस्त है फासला देख के

- जितनी मेहनत स्ट्रांग रूम के बाहर की है। उतनी अगर ग्राउंड पर की होती तो यह रतजगा नहीं करना पड़ा होता।

- हमको लगता है कि ईवीएम की रखवाली में सपा पीछे रह गई। चुनाव 10 फरवरी से शुरू हुआ था। हम अब एक्टिव हुए थे।

फाल्गुन में दिवाली का माहौल, अबीर -गुलार संग फूटे पटाखे

जिले की नौ विधानसभा सीटों पर जीत का जश्न देर रात चलता रहा। होली के आठ दिन पहले ही गोरखपुर में बीजेपी समर्थकों ने होली मना ली। होली के साथ-साथ फाल्गुन में दिवाली का जश्न भी नजर आया। दोपहर बाद से शहर में पटाखे फूटने शुरू हो गए थे। दोपहर बाद जैसे ही जीत-हार का अंतर बढऩे लगा। वैसे-वैसे सड़कों पर कार्यकर्ताओं का हुजूम उमडऩे लगा। गोलघर के इंदिरा बाल विहार पर भी जमकर पटाखे फूटे, मतगणनास्थल के आसपास लगातार पटाखे छोड़े गए। इसके अलावा मोहल्लों में भी देर रात तक आतिशबाजी होती रही।