गोरखपुर (ब्यूरो)। आईएमए और हेल्थ डिपार्टमेंट बार-बार लोगों को अलर्ट कर रहा हैं और उनसे अपील भी कर रहा है कि शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाकों और सावर्जनिक स्थानों पर चेहरे पर मास्क लगाकर ही निकलें। लेकिन कोई मानने के लिए तैयार ही नहीं है। लोग पूरी तरह से लापरवाह बने हुए हैं और बिना मास्क के ही मार्केट में दौड़ लगा रहे हैं।

नौकायन-इंदिरा बाल विहार सभी जगह मिली भीड़

कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर दुनियाभर के देश सकते में हैं। फिर भी अधिकांश जिम्मेदार लोग लापरवाह बने हुए हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस स्टेशन, नौकायन और गोलघर स्थित इंदिरा बाल बिहार सहित अन्य मार्केट में बेशुमार भीड़ दिखी। सड़कों पर दो गज दूरी का भी पालन नहीं किया जा रहा है। कहीं भी सतर्कता नहीं दिखी। पब्लिक झुंड बनाकर बिना मास्क लगाए ही खरीदारी करती रही।

बस स्टेशन पर बेखौफ पैसेंजर

ओमिक्रॉन को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट ने अवेयरनेस तो शुरू की, लेकिन मास्क पहनना भी जरूरी कर दिया है। बावजूद इसके किसी को भी कोरोना की फिक्र नहीं है। टीम जब बस स्टेशन पर पहुंची तो यहां सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर, कोई मास्क पहने भी नजर नहीं आया। बस स्टेशन से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए पैसेंजर्स की भीड़ जमा थी, मगर सभी बेखौफ एक-दूसरे से सटकर सफर कर रहे थे। उन्हें इस बात की तनिक भी फिक्र नहीं थी कि यदि इनके बीच में कोई भी कोरोना संक्रमित मिला तो अन्य लोगों को भी यह अपनी चपेट में ले सकता है।

मार्केट में भी नहीं दिख रहा डर

गोरखपुर की मार्केट में भी लोगों के अंदर ओमिक्रॉन या दूसरे किसी वायरस का खौफ नहीं रह गया है। यहां का हाल भी बिल्कुल बस स्टेशन जैसा ही नहीं नजर आया। बाजारों में भी 95 फीसदी से अधिक लोग बिना मास्क के घूमते हुए नजर आए। सोशल डिस्टेंसिंग को किसी को याद ही नहीं है। दुकानों में भी कोरोना को लेकर जरा सा भी सावधानी नहीं बरत रहे हैं। कस्टमर्स से लेकर दुकानदारों में जबर्दस्त लापरवाही दिख रही है।

कोरोना एक नजर में -

59444 - दो साल में कोरोना संक्रमित

848 - मृत्यु

53571 - इलाज के दौरान हुए ठीक

58 - कुल हॉस्पिटल

11 - सरकारी

47 - प्राइवेट हॉस्पिटल

नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट ने अपनी तरह से तैयारियां पूरी कर ली है। कोविड गाइडलाइन का पालन कराने के लिए पब्लिक से अपील की जा रही है। इसके लिए अभियान भी चलाए जाएंगे। एयरपोर्ट, रेलवे और बस स्टेशन पर बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखीं जा रही है। साथ ही जांच भी कराई जा रही है यदि जांच में कोई पॉजिटिव आते है तो उन्हें भर्ती कर इलाज करने की पूरी व्यवस्था है।

- डॉ। आशुतोष कुमार दूबे, सीएमओ