गोरखपुर (ब्यूरो) - कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन जाने से इसका सबसे ज्यादा फायदा पूर्वांचल और पश्चिमी बिहार के के लोगों को मिलेगा। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि अभी तक लोगों को इंटरनेशनल फ्लाइट पकडऩे के लिए कम से कम लखनऊ यानि कि 300 किमी सफर तय करना पड़ता है। वहीं अगर दिल्ली और मुंबई से फ्लाइट हो गई तो मुश्किलें और बढ़ जाती हैं। मगर कुशीनगर एयरपोर्ट शुरू हो जाने से लोगों को 50 किमी दूरी से इंटरनेशनल फ्लाइट मिलने लगेंगी, जिससे उनका पैसा और समय दोनों की बचत होगी।

13 देशों के लिए होगी सीधी उडान

विकास के ऐसे ही आयामों की संभावनाओं वाले कुशीनगर एयरपोर्ट से श्रीलंका के भंडारनायके एयरपोर्ट, सिंगापुर के चांगी, थाईलैंड के बैंकाक, जापान के टोक्यो और म्यांमार के यंगून एयरपोर्ट समेत 13 देशों के लिए सीधी उड़ान होगी। चीन व दक्षिण कोरिया के यात्री सिंगापुर और वियतनाम तथा भूटान व कंबोडिया के यात्री बैैंकाक एयरपोर्ट से सीधी उड़ान भर सकेंगे। इससे काफी संख्या में बौद्ध भिक्षुओं को भी फायदा मिलेगा और उन्हें बौद्ध सर्किट जाने में कोई मुश्किल नहीं होगी।

पूर्वांचल और पश्चिमी बिहार को फायदा

खाड़ी के देशों में पूर्वांचल और पश्चिमी बिहार से बड़ी संख्या में लोग खाड़ी के देशों में काम करते हैं। इन सभी के लिए कुशीनगर एयरपोर्ट काफी फायदेमंद साबित होगा। जहां उन्हें अपनी छुट्टियां नहीं गवानी पड़ेगी। वहीं सीधे घर पहुंचने पर उनके एक्स्ट्रा एक्सपेंसेस भी बच सकेंगे। इंटरनेशनल फ्लाइट सीधे मिलने से और लोगों को भी एब्रॉड में काम करने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। कुशीनगर एयरपोर्ट पूर्वांचल के 13 जिलों व पश्चिमी बिहार के 10 जिलों के बीच है।

आसपास के लोगों के लिए रोजगार के साधन

13 बौद्ध देशों के लिए सीधी उड़ान लुंबिनी, बोधगया, सारनाथ, संकिसा, श्रावस्ती आदि स्थानों के टूरिज्म को बढ़ाएंगी। इससे वहां के स्थानीय लोगों की आय तो बढ़ेगी ही, वहीं इसके आसपास के एरिया में भी विकास की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा और उन्हें रोजगार की तलाश में कहीं जाना नहीं पड़ेगा। इसका विस्तार देवरिया, गोरखपुर और बिहार के गोपालगंज में भी देखने को मिलेगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार के लोगों को इंटरनेशनल उड़ान सेवा घर के पास मिलने के साथ रोजगार के अवसर मिलेंगे।

श्रीलंका से आएंगी पहली इंटरनेशनल फ्लाइट

कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहली फ्लाइट श्रीलंका से उतरेगी, जिसमें श्रीलंका के राष्ट्रपति के भी आने की भी सम्भांवना है। श्रीलंका से आ रही पहली फ्लाइट में 25 डेलीगेट्स के साथ 100 बौद्ध भिक्षु आ रहे है। इसके मद्देनजर बुद्ध विहार के बौद्ध भिक्षुओं ने तैयारी शुरू कर दी है। बौद्ध भिक्षु दल के ठहरने के लिए बनारस में तीन होटल भी बुक किए गए हैं।

यूपी का तीसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट

नवनिर्मित कुशीनगर एयरपोर्ट के रनवे के लंबाई 3200 मीटर है जो यूपी के अन्य एयरपोर्ट से अधिक है। वाराणसी एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2746 मीटर और लखनऊ एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2744 मीटर मीटर है। उत्तर प्रदेश में अभी कुल 8 एयरपोर्ट ऐसे है जो इस्तेमाल किए जा रहे हैं। जिसमें लखनऊ और वाराणसी के एयरपोर्ट इंटरनेशनल हैं। अब कुशीनगर एयरपोर्ट प्रारंभ हो जाने के बाद यूपी को तीसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट हो जाएगा। अभी 2 और इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर काम चल रहा है एक अयोध्या में श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नोएडा में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी काम चल रहा है।

मोदी कार्यक्रम

- कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शुभारंभ

- महापरिनिर्वाण मंदिर में तीन दिवसीय बुद्ध संगोष्ठी 20,21,22 अक्टूबर 5 हजार बौद्ध भिक्षुओं का कार्यक्रम, जिसमें 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सम्मिलित होंगे।

- विशाल जनसभा राजकीय पौधशाला आलू प्रक्षेत्र (बरवा फार्म )में करेंगे।