-गोरखपुर यूनिवर्सिटी में आयोजित इंटरनेशनल सेमिनार को हुआ समापन

GORAKHPUR: पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ, डीडीयू की ओर से आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानवदर्शन सतत विकास का व्यवहार्य मार्ग विषयक तीन दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार का समापन रविवार को दीक्षा भवन में हुआ। चीफ गेस्ट बंगलुरु की सामाजिक कार्यकत्री तेजस्विनी अनंत कुमार ने कहा कि पूरी दुनिया ग्लोबल विलेज की बात करती है। हम वसुदैव कुटुंबकम यानी ग्लोबल फैमिली ((global family) की बात करते हैं। पंडित दीनदयाल का एकात्म मानववाद इससे भी एक कदम आगे हैं, जो वननेस यानी एकात्म की बात करता है।

17 हजार लोगों ने किया लाइक

स्पेशल गेस्ट अखिल भारतीय संगठन मंत्री, भारतीय शिक्षा मंडल मुकुल कानिटकर ने कहा कि भारतीय संस्कृति तमाम अक्रांताओं के हमले झेलने के बाद भी खड़ी है। इसका श्रेय पंडित दीनदयाल जैसे संतों को जाता है। यही वजह है कि भारतीय जीवन शैली प्रतिष्ठित है। वीसी प्रो। राजेश सिंह ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर यूनिवर्सिटी ने सात दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें 110 कॉलेजों, विश्रि्वद्यालय के 30 विभागों ने परिभाग किया। प्रोग्राम को सोशल मीडिया पर 17,000 लोगों ने लाइक किया। 300 से ज्यादा कॉलेजों और अनेक यूनिवर्सिटी को लिंक भेज गया जिससे द्वारा करीब 10,000 लोग इस मेगा सेमिनार से जुड़े। मौके पर विवि की प्रथम महिला सुमिता सिंह, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी, पूर्व मेयर डॉ। सत्या पांडेय, पूर्व कुलपति प्रो। रजनीकांत पांडेय, अनिल सिंह, पीडी मस्कारा, विवि के मीडिया प्रभारी महेंद्र सिंह, डॉ। रुचिका सिंह, दीपेंद्र मोहन सिंह आदि मौजूद थे।