- कोविड के बाद पहली बार लगा मंदिर में जनता दरबार

-गोरखनाथ मंदिर में सीएम ने सुना जनता का दर्द

-अफसरों को दी चेतावनी

GORAKHPUR: 'थाना का चक्कर लगाकर पैर थक चुका है। तहसील की दर पर भटके। अफसर से लेकर कर्मचारी तक से गुहार लगाई पर किसी ने न सुनी। अब आप ही हमारा दुख दूर कर सकते हैं महाराज जी'। समस्या से निजात की इस उम्मीद के साथ दो सौ अधिक लोग सीएम योगी आदित्यनाथ से सीधे मिलकर अपनी फरियाद करने रविवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने भी उनकी उम्मीद का मान रखा। सबके पास जाकर अपने हाथ से उनका प्रार्थना पत्र लिया और जल्द से जल्द समस्या दूर करने का विश्वास दिलाया।

मंदिर में काम काज का लिया जायजा

रविवार की सुबह बाबा गोरखनाथ के दर्शन-पूजन और अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ का आशीर्वाद लेने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर परिसर में टहल कर वहां चल रहे कामकाज का जायजा ले रहे थे। इस बीच उन्हें परिसर के गेट पर बड़ी संख्या लोग खड़े दिखे। पूछने पर पता चला कि वह सभी फरियादी हैं। सीएम ने सभी को हिंदू सेवाश्रम में बैठाने का निर्देश दिया। सीएम का निर्देश मिलने के बाद मंदिर प्रबंधन के लोगों ने पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर हिंदू सेवाश्रम में कुर्सियां लगवाई और वहां फरियादियों को बैठाया। इसके बाद सीएम वहां पहुंचे और बारी-बारी से सबके पास पहुंचकर उनकी समस्या पूछी और समाधान के लिए आश्वस्त किया। ज्यादातर समस्याएं ऐसी ही थीं, जिसमें फरियादियों को थाने और तहसील स्तर पर न्याय नहीं मिला था।

नहीं हुई सुनवाई तो अब करेंगे कार्रवाई

सीएम ने अफसरों को ताकीद किया कि अगर फरियादियों की समस्या के निस्तारण को लेकर किसी तरह कोई शिकायत आगे से मिली तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लंबे समय बाद जनता दर्शन आयोजित होने से फरियादियों के चेहरे पर भी संतुष्टि का भाव नजर आया। कोविड संक्रमण की समस्या आने के बाद मंदिर परिसर में पहली बार सीएम का जनता दर्शन आयोजित हुआ था। सीएम से जनता दर्शन से जाने के बाद आने वाले करीब 150 फरियादियों की समस्या उनके निर्देश पर मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के प्रभारी मोतीलाल सिंह ने सुनी। हिंदू सेवाश्रम से लौटने के बाद मुख्यमंत्री कुछ देर मंदिर कार्यालय के लाल कक्ष में भी बैठे, जहां उन्होंने उनसे मुलाकात की, जो महज आशीर्वाद के लिए पहुंचे हुए थे। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक, जिला जज, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के वीसी प्रो। राजेश सिंह और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के लोगों से भी मुलाकात की।