-अब तक 67 बार से ज्यादा ब्लड डोनेट कर चुके हैं सरदार जसपाल सिंह

-100 से ज्यादा वालंटियर्स उनके साथ, हर धर्म के मानने वाले सोसायटी में शामिल

GORAKHPUR: खून, जिसकी जरूरत हर कदम पड़ती है। एक्सीडेंटल केस हों या फिर कोई ऑपरेशन, खून की जरूरत पूरा करने के लिए तीमारदार दर-दर भटकते हैं, डोनर ढूंढते हैं, तब जाकर कहीं उनकी जरूरत पूरी हो पाती है। मगर शहर में ऐसे लोग मौजूद हैं, जो लोगों का दर्द समझते हैं और उनकी मदद के लिए हरदम तैयार रहते हैं। इस कतार में शामिल हैं सरदार जसपाल सिंह, जिन्होंने न सिर्फ जरूरतमंदों के लिए ब्लड की व्यवस्था करने में जिंदगी गुजारी है, बल्कि अपने साथ ऐसे यंगस्टर्स की फौज इकट्ठा कर ली है, जो हर वक्त ब्लड डोनेशन के लिए उनके साथ खड़े नजर आते हैं। इनकी संख्या महज 100 है, लेकिन यह हिंदु, मुस्लिम, सिक्ख और इसाई सभी धर्मो को मानने वाले हैं और निष्पक्ष भाव से यह हरदम ब्लड देने और जरूरतमंदों की मदद के लिए तैयार रहते हैं।

बचपन से ही मददगार

रेती चौक गोरखपुर के रहने वाले जसपाल सिंह ने यही रहकर पढ़ाई गई। एमए के बाद एलएलबी कंप्लीट किया। इनका नेचर बचपन से ही मददगार रहा है। अपने क्लासमेट्स की छोटी से छोटी जरूरतों के लिए मदद करने से वह बिल्कुल नहीं हिचकिचाए। पहली बार उन्होंने अपने दोस्त के साले के लिए ब्लड डोनेट किया। उस दौर में खून को पेशेंट्स के साथ मैच कराकर लिया जाता था। परिवार वालों में किसी का खून नहीं मैच किया, तो उन्होंने खून देने की पेशकश कर दी। इनका ब्लड मैच कर गया। एमएम नर्सिग होम में उन्होंने पहला डोनेशन किया।

साल में चार बार करते हैं ब्लड डोनेट

जसपाल की मानें तो ब्लड बैंक न होने की वजह से उस दौर में खून पाना काफी मुश्किल था। लोग जब वह वहां गए और वहां के ताम-झाम देखे और डिमांड करने वालों की कतार देखी, तो उन्हें काफी दुख हुआ। इसके बाद उन्होंने रेग्युलर डोनेशन की ठानी। चूंकि 3 माह में एक बार ही ब्लड डोनेट कर सकते हैं, ऐसे में उन्होंने साल में चार बार ब्लड डोनेट करना शुरू कर दिया। अब तक वह 67 बार ब्लड डोनेट कर चुके हैं। कई बार सेम ग्रुप होने के बाद भी मरीजों को फायदा नहीं मिलता, लेकिन दूसरों की मदद हो जाती।

2015 में बना दी ब्लड डोनेशन सोसायटी

जसपाल सिंह के रेग्युलर ब्लड डोनेशन से काफी लोग उनकी ओर मोटीवेट हुए। कई लोगों ने उनके साथ ब्लड डोनेशन शुरू कर दिया। जब संख्या बढ़ने लगी तो उन्होंने गुरुनानक देव निशुल्क रक्तदान सेवा सोसायटी नाम से एक ब्लड डोनेशन के लिए संस्था खोल दी। शुरुआती दिनों में गुरु श्री गोरक्षनाथ ब्लड बैंक से जुड़कर वह हर तीन माह पर कैंप लगाने लगे। 2019 में वहां मोबाइल वैन आ गई, इसके बाद से वह हर माह कैंप लगाते हैं और डोनर्स के ब्लड के बदले कार्ड रख लेते हैं। जरूरत पड़ने पर रात-बिरात वह कार्ड के जरिए ब्लड प्रोवाइड करा रहे हैं। इसमें अब तक 100 से अधिक युवा डोनर जुड़ चुके हैं।