गोरखपुर (ब्यूरो).जुलूस में सबसे आगे इमामबाड़ा इस्टेट का झंडा, उसके बाद निजी सुरक्षा गार्ड सफेद व आसमानी वर्दी में लंबी कतार में चल रहे थे। साथ में घुड़सवार भी थे। आगे-आगे अयान अली शाह अपने रवायती अंदाज में सहयोगियों एवं निजी अंगरक्षकों के साथ चल रहे थे। जुलूस इमामबाड़ा से निकलकर कमाल शहीद, बक्शीपुर, अलीनगर, बेनीगंज, जाफरा बाजार होते हुए कर्बला पहुंचा। अयान अली शाह ने सहयोगियों के साथ फातिहा पढ़कर शहीदाने कर्बला को खेराजे अकीदत पेश करने के बाद विश्राम किया।

दक्षिण फाटक से अंदर दाखिल

जुलूस वहां से पुन: शुरू हुआ, जो घासीकटरा, मिर्जापुर, नखास चौराहा होते हुए इमामबाड़ा इस्टेट पहुंचकर दक्षिण फाटक से अंदर दाखिल हुआ। जुलूस पहुंचने के बाद इमामबाड़ा में अयान अली शाह ने फातिहा पढ़ी। इसके बाद अपने पूर्वजों के कब्रिस्तान में फातिहा पढ़ी और जुलूस समाप्ति की घोषणा की। जुलूस में मंजूर आलम, सैयद इरशाद अहमद, हाजी सोहराब, जुल्फेकार अहमद, सैयद शहाब अहमद, इं। मिन्नतुल्लाह, अजहर समी, ख्वाजा शमशुद्दीन आदि शामिल थे।

जगह-जगह हुआ जुलूस का स्वागत

अकीदतमंदों ने जगह-जगह जुलूस का स्वागत किया। कमाल शहीद की मजार के पास डॉ। मुमताज आलम, बख्शीपुर में आफताब अहमद, डॉ। एमएच सिद्दीकी, अलीनगर में जावेद अहमद, राकेश श्रीवास्तव, चरनलाल चौराहे पर आफताब, बेनीगंज में अकबर खान, जाफरा बाजार में डॉ। सुधाकर पांडेय ने साथियों के साथ स्वागत किया। इसी क्रम में रास्ते में पडऩे वाले सभी चौराहों पर बड़ी संख्या में लोगों ने अयान अली शाह को फूल माला पहना कर उनका खैरमकदम किया।

लाइन की ताजिया में दिखे मॉडल

नौवीं मोहर्रम की देर रात लाइन की ताजिया का जुलूस निकाला गया जो गोलघर की सड़कों से होकर गुजरा। इस जुलूस में देश-दुनिया की विभिन्न मस्जिदों के मॉडल नजर आए। इसे देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा रहा। सारी रात जुलूस का सिलसिला चलता रहा।