गोरखपुर (ब्यूरो).इसके बाद महिलाओं ने धातु एवं मिट्टी का करवा, दीया, सीक चावल आटे का बना फरा आदि से विधि-विधान से पूजन कर करवाचौथ की कथा सुनी। रात्रि सात बजकर 54 मिनट पर जैसे ही चंद्रोदय हुआ व्रती महिलाओं ने चलनी से चंद्र दर्शन किए और उन्हें अघ्र्य दिया। सुहागिनों ने अपने पति के साथ ही घर के बड़े बुजुर्गों के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। अंत में पति के हाथों पानी पीकर व्रत का पारण किया।
गुरुद्वारों और मंदिरों में पहुंचीं महिलाएं
करवाचौथ पर महानगर के पैडलेगंज और जटाशंकर गुरुद्वारे में बड़ी संख्या में महिलाएं पूजन करने पहुंचीं। इसके साथ ही महानगर के प्रमुख मंदिरों व अपार्टमेंट में भी महिलाओं ने एकत्रित होकर सामूहिक पूजा-अर्चना की। इधर, ग्रामीण इलाकों में करवा चौथ पर्व की धूम रही। महिलाओं ने पति की दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य की मंगल कामना के लिए व्रत रखा। व्रती महिलाएं दिनभर पूजा-अर्चना में जुटी रहीं। शाम को चांद का दीदार कर अघ्र्य दिया।