- दिनभर खुली दुकानें, सीसीटीवी-ड्रोन कैमरों से हुई निगरानी
- मोबाइल रहकर निगरानी करते रहे पुलिस, प्रशासन के अधिकारी
GORAKHPUR: शहर में भारत बंद को लेकर पुलिस का होमवर्क काम आया। मंगलवार की सुबह 10 बजे के पहले विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने घर से हिरासत में ले लिया। जो पुलिस कर्मचारियों के सामने आने से परहेज करते रहे। उनको घर में ही नजरबंद कर दिया गया। दोपहर तीन बजे पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की टीम मोबाइल रही। शहर में प्रदर्शन और बंद पर निगरानी ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से हुई। सड़कों पर निकले विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को पुलिस ने पकड़ा। धर पकड़ के दौरान धक्का- मुक्की भी हुई। धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में अरेस्ट किए गए लोगों को देर शाम पुलिस लाइन से निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। कैंट पुलिस ने कुल 123 लोगों को अरेस्ट किया था। कोतवाली पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन पहुंचा दिया। गीडा, सहजनवां सहित अन्य थाना क्षेत्रों में भी गिरफ्तारी की गई।
घर से उठाकर कोतवाली ले गई पुलिस
कोतवाली थाना के सामने सौ कदम की दूरी पर पूर्व उप सभापति, निवर्तमान महानगर अध्यक्ष जियाउल इस्लाम का आवास है। बगल में पुलिस चौकी है। मंगलवार सुबह कोतवाल फोर्स के साथ पीछे की गली से उनके घर पहुंच गए। मार्निग वॉक के बाद जैसे ही वह घर लौटे तभी पुलिस ने उनको दबोच लिया। पुलिस टीम उनको टांगकर लाइन में चली गई। जियाउल के पकड़े जाने की सूचना वायरल होने पर कुछ नेता घर से बाहर निकलने के दूसरे रास्ते तलाशते रहे। कांग्रेस से जुड़े नेताओं को पुलिस ने उनके घर में नजरबंद कर दिया। जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान को पुलिस ने उनके आवास से निकलने नहीं दिया। नौसड़ के बाघागाड़ा में पुलिस ने सपा जिलाध्यक्ष नगीना साहनी सहित अन्य लोगों को अरेस्ट किया। पुलिस वैन में बैठाने को लेकर काफी गुत्थमगुत्थी हुई। कुछ कार्यकर्ता वैन के आगे लेट गए थे।
ड्रोन कैमरों से हुई निगरानी, मौजूद रही पुलिस
शहर में बंद को लेकर पुलिस अलर्ट मोड में रही। सोमवार रात पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के बीच बैठक में कार्रवाई की रूपरेखा तय कर ली गई थी। मंगलवार को शहर के हर प्रमुख बाजार में पुलिस पहुंच गई। गोलघर में पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी बनी रही। सुबह 11 बजे के बजे के बाद रोज की तरह से दुकानें खुलीं। कुछ नेता गोलघर में दुकान बंद कराने पहुंचे। लेकिन पुलिस ने उनको हटा दिया। इंदिरा बाल विहार तिराहे पर लोगों की चहलकदमी बनी रही। अन्य चौराहों पर लोग चाय- पानी, नाश्ते का लुत्फ उठाते नजर आए। कुछ जगहों पर मंगलवार को साप्ताहिक बंदी होती है। लेकिन वहां भी दुकानें खुली रही। इस दौरान सभी तरह की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस ने सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों की मदद ली। गीडा, सहजनवां, सिकरीगंज, बेलघाट, बड़हलगंज, चौरीचौरा सहित अन्य जगहों पर पुलिस की टीम सक्रिय रही। दोपहर तीन बजे के बाद पुलिस- प्रशासन के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
वर्जन
शहर में दिनभर पुलिस का मूवमेंट बना रहा। ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई। प्रदर्शन करने के लिए निकले लोगों को अरेस्ट करके देर शाम निजी मुचलके पर रिहा किया गया।
सोनम कुमार, एसपी सिटी