- मासूम बच्चों के भविष्य के साथ बेसिक शिक्षा विभाग के जिम्मेदार कर रहे खिलवाड़

-आई नेक्स्ट के रियल्टी चेक में हुआ खुलासा, तीन महीने से अब तक नहीं किया गया किसी विद्यालय में ड्रेस और किताबों का वितरण

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: मैडम जी कब तक बिना किताब के पढ़ेंगे। हमारी ड्रेस कब आएगी। यह सवाल उन बच्चों का है, जो प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने लगे हैं। 2016-17 सत्र शुरू हुए तीन महीने से ऊपर हो गए हैं, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण जिलेभर के प्राथमिक विद्यालयों में ड्रेस और किताबों का वितरण नहीं हो सका है। इस कारण बच्चे बिना किताब के पढ़ने को बाध्य हैं। अब सवाल यह है सरकार बच्चे के ब्रेक फास्ट और दोपहर के लंच पर पूरा ध्यान दे रही है, लेकिन पढ़ाई पर नहीं। इस कारण प्राथमिक विद्यालय खाने पीने और पिकनिक स्पॉट बनकर रह गए हैं। इसका खुलासा तब हुआ जब शुक्रवार को आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने नगर के प्राथमिक विद्यालयों का जायजा लिया।

सीन- 1 -

टाइम - दोपहर 12.05

विद्यालय- प्राथमिक विद्यालय, बनकटी चक

आई नेक्स्ट रिपोर्टर जैसे ही विद्यालय पहुंचा तो विद्यालय के मेन गेट में ताला लगा था। काफी देर तक इंतजार करने के बाद हेडमास्टर मंजू रानी गुप्ता ने एक बच्चे से गेट खोलवाया। गेट बंद होने का जब रिपोर्टर ने कारण पूछा तो मैडम ने बताया कि सड़क पर विद्यालय होने से बच्चे रोड पर चले जाते हैं। इस कारण मेन गेट को बंद रखना पड़ता है। हालांकि मंजू रानी गुप्ता और दीपिका शुक्ला बच्चों को पढ़ाते नजर आई। ड्रेस और किताबों के बारे में जब पूछा गया तो बताया कि बच्चे पुरानी किताबों से पढ़ रहे हैं। न ड्रेस का वितरण हुआ है और न ही किताबों का। जबकि, सत्र शुरू हुए तीन महीने से ऊपर हो चुके हैं।

सीन- 2

टाइम - दोपहर 12.34

विद्यालय- पूर्व माध्यमिक विद्यालय, अलहदादपुर

रिपोर्टर जैसे ही विद्यालय पहुंचा तो विद्यालय की इंचार्ज उषा श्रीवास्तव बच्चों को पढ़ाते नजर आईं। जब इनसे ड्रेस और किताबों के वितरण के बारे में पूछा गया तो बताया कि अब तक न किताबें बंटी हैं और न ड्रेस। इस सेशन में कुल 18 न्यू एडमिशन हुए हैं। ड्रेस वितरण न होने से बच्चे यूनिफार्म में नहीं आ रहे हैं। सेशन स्टार्ट हुए तीन महीने हो गए हैं।

सीन- 3

टाइम - दोपहर 12.42

विद्यालय- प्राथमिक विद्यालय, अलहदादपुर

आई नेक्स्ट टीम स्कूल जैसे पहुंची बच्चों को पढ़ा रही सुषमा ओझा से मुलाकात हुई। क्लास में बच्चों की संख्या कम थी। रिपोर्टर ने जब मैडम से ड्रेस वितरण और किताबों के वितरण के बारे में पूछा तो बताया कि अभी तक ड्रेस का वितरण और किताबों का वितरण नहीं हुआ है। कुल 95 स्टूडेंट्स हैं।

सीन- 4 -

टाइम - दोपहर 1.00

विद्यालय- प्राथमिक विद्यालय, रावत पाठशाला, तुर्कमानपुर

आई नेक्स्ट रिपोर्टर अपने कैमरा पर्सन के साथ तुर्कमानपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय रावत पाठशाला पहुंचा तो विद्यालय में छुट्टी हो चुकी थी, लेकिन इंचार्ज संगीता मैडम से जब ड्रेस वितरण और किताबों के वितरण को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि अभी तक ड्रेस और किताब नहीं मिली है। जबकि मिल जाना चाहिए था। पुराने किताबों से हम सब पढ़ा रहे हैं। अगस्त लास्ट मंथ तक आने की उम्मीद है।

अभी शासन से ही ड्रेस और पुस्तक नहीं आए हैं। जैसे ही आ जाएंगे, उसके बाद जिले भर के विद्यालयों में वितरण किया जाएगा। पूरी संभावना है कि जुलाई लास्ट तक आ जाएगा।

ओएन सिंह, डीएम, गोरखपुर