गोरखपुर (ब्यूरो).इस बीच मंत्रोच्चार के बीच श्रद्धालुओं ने पहले महादेव का जलाभिषेक किया इसके बाद भांग, धतूरा, बेलपत्र, श्वेत मदार के पुष्प, गन्ना आदि चढ़ाकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। जिन श्रद्धालुओं ने व्रत रखा था, उन्होंने शाम को फलाहार ग्रहण किया, वे मंगलवार को व्रत का पारण करेंगे।

महादेव झारखंडी में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें

कूड़ाघाट स्थित महादेव झारखंडी में सुबह मंदिर के पुजारी इंद्रेश गिरि के पूजन-अर्चन के बाद मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए। यहां देखते ही देखते श्रद्धालुओं की लगभग लंबी कतार लग गई। मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष शिवपूजन तिवारी ने बताया कि सावन मास के पहले दिन महादेव झारखंडी में करीब 70 से 80 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा का जलाभिषेक किया। यही हाल राजघाट स्थित मुक्तेश्वरनाथ शिव मंदिर का रहा। मंदिर के पुजारी रमानाथ ने बताया कि यहां करीब 50 से 60 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा का जलाभिषेक किया।

इन शिवालयों में उमड़े श्रद्धालु

महानगर के अंधिरीबाग स्थित मानसरोवर शिव मंदिर, बड़े काजीपुर स्थित शिवाला, बेतियाहाता हनुमान मंदिर, मेडिकल कॉलेज रोड शिव मंदिर, विष्णु मंदिर, सूर्यकुंडधाम, शिव मंदिर भेडिय़ागढ़, शिव मंदिर तारामंडल, गोपाल मंदिर मोहद्दीपुर, जेल रोड प्राचीन शिव मंदिर आदि शिवालयों में श्रद्धालुओं ने सावन के अंतिम सोमवार पर महादेव का जलाभिषेक किया।

रुद्राभिषेक कर महादेव से की स्वच्छ पर्यावरण के लिए प्रार्थना

सूर्यकुंड धाम विकास समिति की ओर से सूर्यकुंड धाम में मनाए जा रहे श्रावण उत्सव के 26वें दिन विधि-विधान से महादेव की पूजा-अर्चना की। समिति के संयोजक संतोष मणि त्रिपाठी के नेतृत्व में पूजन के बाद रुद्राभिषेक पाठ के साथ घंटा घडिय़ाल और हर हर महादेव के जयघोष के बीच श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ का जलाभिषेक कर स्वच्छ पर्यावरण की कामना की। अंत में शिव आरती कर प्रसाद वितरण किया गया। शाम को शिव महापुराण कथा में आचार्य पंडित शैलेश पांडेय ने शिव महिमा का बखान किया। इस अवसर पर सरस्वती त्रिपाठी, अर्चना शर्मा, मदन राजभर, कनक लता मिश्रा, नीतू श्रीवास्तव, उमा पांडेय, सरोज देवी, इरावती, पम्मी वर्मा आदि मौजूद रहे।