- नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण, लगातार पंप चलाने के निर्देश

- राप्ती का जलस्तर बढ़ने से पानी में डूबे पंप के पाइप

GORAKHPUR: इलाहीबाग में रेगुलेटर से रिसकर राप्ती नदी का पानी शहर में आ रहा है। दो दिनों से रिसाव हो रहा है। बुधवार को रिसाव बढ़ा तो नागरिकों में अफरातफरी मच गई। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने रेगुलेटर और पंपिंग स्टेशन का निरीक्षण कर स्थिति देखी। राप्ती का जलस्तर बढ़ने के कारण पंपिंग स्टेशन के पाइप पानी में डूब गए हैं।

पूरी क्षमता से चला रहे पंपिंग सेट

बक्शीपुर समेत शहर के कई इलाकों का पानी इलाहीबाग रेगुलेटर से राप्ती नदी में जाता है। सामान्य दिनों में रेगुलेटर का फाटक खुला रहता है। राप्ती में जलस्तर बढ़ने के बाद फाटक बंद कर पंपिंग सेट के जरिए पानी निकाला जाता है। बीते दो दिनों से पानी के दबाव के कारण रेगुलेटर के फाटक के रास्ते राप्ती नदी का पानी रिसकर शहर में आ रहा है। अफसरों का कहना है कि पंपिंग सेट पूरी क्षमता से चलाए जा रहे हैं, इसलिए जलभराव जैसी कोई स्थिति नहीं है। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कटनिया से डोमिनगढ़ तक के सभी रेगुलेटर का निरीक्षण कर पंपों को देखा। उन्होंने लगातार पंप चलाने के निर्देश दिए। इस दौरान प्रभारी अपर नगर आयुक्त संजय शुक्ल, जलकल के महाप्रबंधक एसपी श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता सुरेश चंद, बृजेश तिवारी आदि मौजूद रहे।

डेंगू से बचाव के लिए चलाएंगे अभियान

नगर आयुक्त ने कहा, डेंगू और संक्रामक रोगों से बचाव के लिए नगर निगम प्रशासन लगातार अभियान चला रहा है। साफ-सफाई के साथ ही मैलाथियान, चूना और सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव कराया जा रहा है। नगर आयुक्त ने नागरिकों से अपील की कि डेंगू से बचाव के लिए घरों में कूलर, गमला, टायर, खाली बर्तनों में पानी इकट्ठा न होने दें। सभी 70 वार्डो के लिए नोडल अफसरों की तैनाती कर दी गई है। सभी नोडल अधिकारी वार्डो में कराए गए कार्यो की फोटो भी वाट्सएप ग्रुप पर डालेंगे। जलनिकासी और सेनेटाइजेशन की जिम्मेदारी नोडल अफसरों पर रहेगी।