-फिरौती के लिए अपहरण की हुई घटना

-लूट की घटनाओं में कमी, दहेज हत्याएं बढ़ीं

जिले में लॉक डाउन के बाद मर्डर की घटनाएं अचानक बढ़ गई है। लेकिन आंकड़ों पर यकीन करें तो 15 अगस्त तक पिछले तीन साल की तुलना में कम क्राइम हुए हैं। मर्डर, रेप, दहेज के लिए होने वाली हत्याओं सहित अन्य मामलों में कमी आई है। तीन साल के भीतर फिरौती के लिए अपहरण का एक केस दर्ज किया गया। हालांकि पिछले दो माह के भीतर मर्डर के मामले बढ़े हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हर तरह के अपराध की रोकथाम के लिए पुलिस कार्य कर रही है। पुरानी घटनाओं में फरार चल रहे बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगी है।

तीन साल की तुलना में घटा अपराध का ग्राफ

पुलिस रिकार्ड में दर्ज मामलों के अनुसार दो साल की तुलना में वर्ष 2020 में 15 अगस्त तक मर्डर के कुल 41 मामले सामने आए। रेप की 50 घटनाए हुई हैं जबकि दहेज हत्या के 30 केसेज हुए। अन्य अपहरण में कुल 144, लूट के 27, चोरी के 403 केस हुए हैं। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि वर्ष 2018 और 2019 की तुलना में 15 अगस्त तक कुल क्राइम का ग्राफ घटा है।

दो माह में मर्डर की 21 घटनाएं आई सामने

जिले में अचानक मर्डर के मामले बढ़ गए हैं। जनवरी माह से लेकर जून माह तक छह महीने में मर्डर कुल 26 घटनाएं रजिस्टर्ड हुई थीं। लेकिन अनलॉक में जुलाई और अगस्त माह में ताबड़तोड़ मामले सामने आए। जुलाई माह में जहां कुल नौ लोगों की हत्या हुई। वहीं अगस्त के अंत तक मर्डर की 12 घटनाएं हुई हैं। इन सभी घटनाओं में कुल 24 लोगों की जान जा चुकी है। इन दोनों महीनों में लूट, छिनैती और झांसा देकर गहने उड़ाने की शिकायतें भी पुलिस को मिलीं।

वर्ष मर्डर रेप दहेज हत्या अन्य अपहरण लूट चोरी अन्य अपहरण फिरौती के लिए अपहरण

2020 41 50 30 144 27 403 144 01

2019 66 53 25 239 41 724 239 00

2018 79 112 29 387 151 851 387 00

नोट: 15 अगस्त 2020 तक जिले में हुए क्राइम का आंकड़ा

हाल के दिनों में हुई घटनाओं में ज्यादातर भूमि विवाद से जुड़े हैं। अधिकांश में अभियुक्तों को अरेस्ट कर लिया गया है। गोरखपुर सहित सभी जिलों के एसएसपी को इस पर लगाम कसने और फरार चल रहे मुल्जिमों को अरेस्ट करने का निर्देश दिया गया है।

दावा शेरपा, एडीजी