कैंपस की दीवारों और नोटिस बोर्ड पर लगे स्टीकर

जब से छात्रसंघ चुनाव की घोषणा हुई है स्टूडेंट लीडर्स ने अपना प्रचार शुरू कर दिया है। शुरू में तो यह लोग सिर्फ कैंपस के बाहर ही अपने पोस्टर, स्टीकर और होर्डिंग्स लगाकर प्रचार कर रहे थे, लेकिन अब इन लोगों ने पूरे यूनिवर्सिटी कैंपस को कैप्चर कर लिया है। कैंपस के हर डिपार्टमेंट की दीवार इन लोगों के प्रचार से जुड़े पोस्टर और स्टीकर से रंग गई है। सिर्फ इतना ही नहीं डिपार्टमेंट के बाहर जिन नोटिस बोर्ड को स्टूडेंट्स तक इन्फॉर्मेशन सर्कुलेट करने के लिए लगाया गया है वह भी इन स्टूडेंट लीडर्स का प्रचार कर रहे हैं। कैंपस में लगे पेड़ों पर हरियाली बचाने और पेड़ लगाने जैसे मैसेज करती तख्तियां लगाई गई थीं उनपर भी इन लीडर्स के स्टीकर लगे हुए हैं।

कैंपस के अंदर निकलती हैं रैलियां

कुछ स्टूडेंट लीडर्स तो अक्सर ही कैंपस के अंदर बाइक्स पर और पैदल रैली निकालकर प्रचार करते दिखते हैं। कैंपस गेट पर इन लोगों का जमावड़ा भी अक्सर ही देखने को मिलता है। इन सबकी वजह से कैंपस के अंदर का माहौल भी अजीब हो चुका है। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन और प्रॉक्टोरियल बोर्ड भी इन लोगों के आगे बेबस है।

यह है लिंगदोह कमेटी की सिफारिश

लिंगदोह कमेटी की यह रिकमेंडेशन्स हैं कि कोई भी स्टूडेंट लीडर अपने प्रचार में 5000 रुपए से अधिक का अमाउंट खर्च नहीं कर सकता। इसके अलावा वह प्रचार के लिए प्रिंटेड पोस्टर और स्टीकर का यूज भी नहीं कर सकता। लेकिन कुछ स्टूडेंट लीडर्स इन सभी नियमों का खुल कर माखौल बना रहे हैं।

चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित किया जाएगा

वीसी प्रो। पीसी त्रिवेदी ने कैंपस के अंदर और बाहर की वीडियोग्राफी के निर्देश दिए हैं। कैंपस के बाहर यह काम हो चुका है। अब कैंपस के अंदर वीडियोग्राफी होगी। जो भी स्टूडेंट लीडर लिंगदोह कमेटी की रिकमेंडेशन्स का मजाक बना रहे हैं उनकी लिस्ट बनाई जाएगी। चुनाव के टाइम यह लिस्ट चुनाव अधिकारी को दी जाएगी। जिसका भी नाम इसमें शामिल होगा उसे चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित किया जाएगा।

प्रो। ओपी पांडेय, चीफ प्रॉक्टर, डीडीयू