- बाड़े में बनी हल्दी पावडर की परत, सफर में लगे 12 घंटे

- नाश्ते और भोजन में दिया गया चिकन, चेहरे पर नजर आई थकान

GORAKHPUR: इटावा लायन सफारी से बब्बर शेर पटौदी और शेरनी मरियम रविवार को शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणि उद्यान (चिडि़याघर) में पहुंचे। वहां दोनों का जमकर वेलकम किया गया। हेल्थ जांच के बाद उनको बाड़े में छोड़ा गया। नई जगह पर बने बाड़े में किसी तरह के संक्रमण से बचाने के लिए बाड़े में हल्दी पावडर की परत बनाई गई थी। दोनों के हाव-भाव बता रहे थे वह सफर में काफी थक गए हैं। जांच के बाद डॉक्टरों की टीम ने दोनों को मेडिकल फिट बताया। आगमन के बाद उनको ताजे चिकन का नाश्ता और भोजन दिया गया।

रविवार की सुबह दोनों पहुंचे गोरखपुर

पटौदी और मरियम को गोरखपुर लाने के लिए गिर वन्यजीव अभयारण्य, गुजरात से 26 सितंबर 2019 को इटावा लायन सफारी में लाया गया था। चिडि़याघर तैयार होने के बाद वन्यजीवों को लाने का सिलसिला शुरू होने के साथ ही पटौदी और मरियम को लाए जाने की पहले से तैयारी चल रही थी। शुक्रवार की शाम को दोनों के इटावा लायन सफारी में पिंजरे में कैद किया गया। इसके बाद से ही उन्हें गोरखपुर लाने की तैयारी शुरू हो गई। कानपुर चिडि़याघर के पशु चिकित्सक डा। आरके सिंह के नेतृत्व में लायन सफारी पहुंची पशु चिकित्सकों और चिडि़याघर कर्मचारियों को टीम, शनिवार की शाम को पांच बजे के आसपास पटौदी और मरियम को साथ लेकर गोरखपुर के लिए रवाना हुई। करीब साढ़े 12 घंटे का सफर तय करके दोनों रविवार की सुबह साढ़े सात बजे टीम गोरखपुर चिडि़याघर पहुंची।

बाड़े में बनाई गई थी हल्दी पाउडर की परत

बब्बर शेरों को गोरखपुर लाए जाने से पहले चिडि़याघर के निदेशक डा। एच मोहन राजा और पशु चिकित्साधिकारी डा। योगेश प्रताप सिंह की देखरेख में दोनों के बाड़ों को उनके रहने के लिए पूरी से तैयार कर लिया गया था। नई जगह पर उन्हें किसी तरह का संक्त्रमण न हो, इसके लिए दोनों के बाड़े की फर्श पर हल्दी पाउडर की मोटी परत भी बनाई गई थी। चिडि़याघर के निदेशक और पशु चिकित्साधिकारी की देखरेख में दोनों को बाड़े के अंदर छोड़ा गया। इस दौरान एसडीओ संजय कुमार मल्ल, क्षेत्रीय वनाधिकारी सुनील राव, राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक डीबी सिंह भी मौजूद थे। डा। योगेश ने बताया कि पटौदी और मरियम पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। उन्हें फिलहाल क्वारंटाइन में रखा गया है। पशु चिकित्सकों की टीम उन पर नजर रख रही है।

भोजन में दिया गया ताजा गोश्त

चिडि़याघर लाए जाने के बाद पटौदी को खाने में 10 किग्रा और मरियम को छह किग्रा ताजा गोश्त दिया गया। इटावा से साथ लेकर उन्हें चली टीम ने रास्ते में भी दोनों को भोजन कराया था। इसके लिए टीम, लायन सफारी से छह किग्रा पैक चिकन साथ लेकर चली थी। रास्ते में दोनों का चिकित्सकीय परीक्षण भी किया।

54 हुई चिडि़याघर में वन्यजीवों की संख्या

पटौदी और मरियम को गोरखपुर चिडि़याघर लाए जाने से पहले 52 वन्यजीव लाए जा चुके थे। दोनों बब्बर शेरों के आने के बाद यह संख्या बढ़कर 54 हो गई है। अभी तक तीन बाघ, तीन तेंदुआ, एक दरियाई घोड़ा, लकड़बग्घे, जंगली बिल्ली, सियार, कछुआ, मगरमच्छ, विभिन्न प्रजाति के सांप व हिरण लाए गए हैं। चिडि़याघर में 58 प्रजाति के 387 वन्यजीवों को रखा जाएगा। इनके लिए 33 बाड़े बनाए गए हैं।