- चांद दिखते ही बधाई देने वालाें का शुरू हो गया सिलसिला

- घरों और मस्जिदों में शुरू हुई तराबीह की नमाज

GORAKHPUR: पिछले एक सप्ताह से घरों और मस्जिदों में पाक माह रमजान के आने का इंतजार सोमवार की रात समाप्त हो गया। आखिरकार सोमवार की रात सात बजे चांद का दीदार हो गया। चांद का दीदार होते ही पाक माह शुरू हो गया। पहला रोजा मंगलवार को पड़ेगा। चांद देखने के बाद लोगों ने घरों और मस्जिदों में ईशा की नमाज (रात की नमाज) के बाद तराबीह (कुरान का पाठ) किया। वहीं, चांद दिखा लोग एक दूसरे को मिलकर और सोशल मीडिया में बधाई देने लगे।

मस्जिदों से चांद का एलान हुआ

तंजीम कारवाने अहले सुन्नत के बानी मौलाना अजहर शम्सी ने बताया कि साल के 12 माह में रमजान सबसे खास महीना होता है। पूरे महीने लोग रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं और अन्य पुण्य कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि इस माह में नेकी करने वालों को सवाब बहुत अधिक मिलते हैं। उन्होंने लोगों को रसीहत दी कि रोजेदार अपनी दिनचर्या में अधिक से अधिक खुदा का जिक्र करें और जकात और अन्य दान करें। लोगों को इस माह अपने अंदर के गुस्सा को निकाल देना चाहिए। यह माह एक तरह से ट्रेनिंग का माह होता है। रोजा रखकर रोजेदार यह आभास करते हैं कि जो दो वक्त की रोटी भी नहीं जुटा पाता है। लोगों में ऐसे ख्याल रखने का जज्बा पैदा होगा। अल्लाह इसलिए मुसलमानों पर रोजे फर्ज किए हैं।