गोरखपुर (ब्यूरो)। पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों इनॉगरेशन के बाद एम्स पूरी तरह से पूर्वांचल के लोगों के लिए समर्पित हो जाएगा। गोरखपुर एम्स का इनॉगरेशन पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार को करेंगे। इसको लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी है।

पेशेंट्स को नहीं जाना पड़ेगा दूसरे सिटी

एम्स प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक एम्स हास्पिटल को मार्डन सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। ताकि विभिन्न बीमारियों के गंभीर मरीजों का इलाज किया जा सके। उन्हें लखनऊ या दिल्ली न जाना नहीं पड़ेगा। एम्स में कुल 56 टीचर्स-डाक्टर पहले से ही तैनात कर दिए गए हैैं। इसके अलावा 127 डाक्टर्स का सेलेक्शन हो चुका है। इसमें से 10 ने ज्वाइन भी कर चुके हैं। धीर-धीरे लोग ज्वाइन कर रहे हैं। एम्स प्रशासन को उम्मीद है कि दिसंबर के पहले सप्ताह तक सभी डाक्टर्स भी ज्वाइन कर लेंगे। इससे मरीजों को अच्छा इलाज व एमबीबीएस स्टूडेंट्स की पढ़ाई बेहतर हो सकेगी। एम्स में बने 300 बेड के अस्पताल व 14 आपरेशन थियेटर पूरी तरह तैयार हो चुकेहैं।

इन डिपार्टमेंट में डेढ़ साल से चल रही ओपीडी

- सामान्य चिकित्सा विभाग

- हड्डी रोग विभाग

- श्वसन रोग विभाग

- मनोरोग चिकित्सा विभाग

- नाक

- कान

- गला रोग विभाग

- शिशु रोग विभाग

- स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग

- नेत्र एवं चिकित्सा विभाग

- त्वचा रोग विभाग

- दंत चिकित्सा विभाग

- शारीरिक चिकित्सा एवं पुर्नवास विभाग

- विकिरण चिकित्सा विभाग

- सामुदयायिक मेडिसिन एवं फैमिली मेडिसिन विभाग

वर्जन

पीएम नरेंद्र मोदी के प्रोग्राम को लेकर एम्स पूरी तरह से तैयार है। पीएम 750 बेड का लोकार्पण करेंगे। लोकार्पण के बाद एम्स में कई स्वास्थ्य सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी। इनमें बड़े ऑपरेशन से लेकर डिजिटल एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड आदि शामिल हैं। इसके बाद से मरीजों को इलाज के लिए कही और जाने की जरूरत नहीं होगी।

डॉ। सुरेखा किशोर, कार्यकारी निदेशक, एम्स

एम्स बनकर तैयार है। यह पूर्वांचल, बिहार, नेपाल समेत अन्य शहरों से आने वाले मरीजों के लिए बड़ी सौगात है। एम्स में बेहतर इलाज शुरू हो चुका है। डॉक्टर्स की तैनाती भी हो गई है। मेजर ऑपरेशन शुरू होने से मरीजों को दूसरे शहरों में इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा।

डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर

यह हम सबके लिए गर्व की बात है। हमारे गोरखपुर में एम्स का निर्माण हो चुका है। बेहतर इलाज के लिए अब लोगों को दूसरे शहर के लिए नहीं जाना होगा। पूर्वांचल के लिए यह बड़ी सौगात है।

डॉ। शिवशंकर शाही, प्रेसीडेंट, आईएमए