गोरखपुर (ब्यूरो)। नगर निगम के जिम्मेदार अफसरों ने सिटी की मेन रोड्स तो दुरुस्त कर दीं, लेकिन अंदरूनी सड़कें आज भी जस की तस हैं। सड़कों पर गड्ढे हैं। कहीं-कहीं कीचड़ है, जिससे सिस्टम के हिचकोले लग रहे हैं। निगम के इस कथित पक्षपात पूर्ण रवैये से 40 किलोमीटर से अधिक सड़कों का हो रहा काम सवालों में आ गया है। इस मामले मेें निगम अफसरों का तर्क है कि सभी सड़कों की मरम्मत की जाएगी।

बीते मानसून में अधिक बारिश होने से सड़कें खराब हो गई थीं। जो अभी तक पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकी हैं। सिटी की कई सड़कों पर वाहन से आरामदायक सफर छोडि़ए, पैदल चलना मुश्किल हो रहा है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने शुक्रवार को शिवपुर सहबाजगंज मिलन चौराहे से संगम चौक और बेतियाहाता स्थित आवास विकास कॉलोनी की सड़कों पर बने गड्ढे आज भी लोगों को परेशान कर रहे हैं। सिटी की 50 से अधिक सड़कों पर अभी भी गड्ढे हैं।

सीन-1: मिलन चौराहे से संगम चौराहे तक सड़क खराब

शहर के शिवपुर सहबाजगंज मिलन चौराहे से संगम चौराहे तक की सड़क खराब है। पिछले एक साल से इस सड़क पर चलना दूभर हो गया है। थोड़ी-थोड़ी डिस्टेंस में गड्ढे हैं और उबड़-खाबड़ भरे हालात हैं। बड़े वाहनों के खड़े होने से आवागमन प्रभावित होता है।

सीन-2: आवास विकास के पैचिंग कार्य में खानापूर्ति

बेतियाहाता स्थित आवास विकास की सड़क पर नगर निगम ने पैचिंग का कार्य खानापूर्ति भरा कराया है। सड़क पर कई जगह गड्ढे हैं। बारिश के सीजन में इन गड्ढों में जलभराव होने से लोगों को पता नहीं चलता है और वह हादसे का शिकार हो सकते हैं। स्थानीय लोग इस जर्जर सड़क से आजिज आ चुके हैं।

सीन-3: सरस्वतीपुरम की सड़क पूरी तरह से जर्जर

सरस्वतीपुरम लेन-2 की सड़क जर्जर है। इससे आसपास को लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को इस सड़क पर चलना दूभर है। यहां के लोग अपने पैसों से मलबा डलवाते हैं। लोगों का कहना है कि सड़क सही नहीं होने की वजह से काफी परेशानी होती है।

सीन-4: पार्वतीपुरम में भी हाल खराब

पादरी बाजार से पार्वतीपुरम, मोहनापुर, स्टर्नपुर को जाने वाले तीजकोनिया नम्बर एक मार्ग के हाल खराब हैं। कच्ची नालियों के कारण नाली का पूरा पानी सड़क पर आता है और हमेसा जलभराव से सड़क में आवागमन प्रभावित रहता है। कई बार निगम अफसरों से शिकायत दर्ज कराई गई लेकिन सुनवाई भी नहीं हो रही है।

अंधेरे में होते हैं हादसे

इस रोड पर स्ट्रीट लाइट की भी व्यवस्था नहीं है.लोगों का कहना है कि रात में जबरदस्त अंधेरा हो जाता है। ऐसे में इन गढडों से अधिक हादसे होते हैं। कई लोग तो हादसे में अधिक चोट खा जाते हैं। अगर कोई इन गढडो को पाटने की कोशिश करें तो बारिश के बाद फिर से वहीं हालत हो जाती है। लोगों का कहना है कि बिना देरी किए प्रशासन को इन सड़कों को ठीक कराने का काम करना चाहिए।

जब से रोड खराब हुई है। रास्ते में चलना खतरे से खाली नहीं है। इसलिए इस रास्ते पर कोई नहीं रुकता है। लोग बचते बचाते निकल जाते हैं। लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं।

स्वयं गुप्ता, हालसीगंज

हमने अपने पैसे से मलबा डलवाया है। बारिश में यह बह जाता है। रोड सही नहीं होने से मुश्किलें होती हैं। रात में स्ट्रीट लाइटें नहीं जलती है। हमारी मांग है कि सड़कों की हालत दुरुस्त की जाए।

दुर्गेश भट्ट, इंद्रा नगर

पार्वतीपुरम की इनर रोड खराब होने के कारण लोगों को आवागमन करने में दिक्कत होती है। कीचड़ भरे मार्ग में लोग गिर तक जाते हैं। इससे लोग इस सड़क पर आने से डरते हैं।

तनु शर्मा, पार्वतीपुरम

गड्ढामुक्त सड़कों के लिए निगम का दावा

1508 मार्ग हैं कुल

537.45 किमी। है रोड़ की लंबाई

28.45 किमी। सड़कों पर होना है पैचवर्क

21.50 किमी। सड़कों का हो चुका है पैचवर्क

12.37 किमी। सड़कों का होना है नवीनीकरण

9.20 किमी। सड़कों का हो चुका है नवीनीकरण

शहर की सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त किया जा रहा है। इसके लिए जहां-जहां सड़कें खराब हैं। उन्हें दुरुस्त किया जा रहा है। बाकी सड़कों को पैच वर्क चल रहा है। जल्द ही कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

सुरेश चंद, चीफ इंजीनियर नगर निगम