- गोरखनाथ मंदिर में आस्था की खिचड़ी लेकर देश विदेश से आए श्रद्धालु

GORAKHPUR: मकर संक्रांति के मौके पर देश-विदेश से आस्था की खिचड़ी लिए श्रद्धालु गोरखनाथ मंदिर पहुंच चुके हैं। 15 जनवरी की भोर से ही देर रात तक लाखों श्रद्धालुओं द्वारा खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर प्रशासन व जिला प्रशासन की तरफ से तैयारियां भी पूरी हो चुकी हैं। बुधवार की सुबह 4 बजे मंदिर का पट खुलते ही बाबा गोरखनाथ को सीएम व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ खिचड़ी चढ़ाएंगे। उसके बाद नेपाल नरेश की खिचड़ी बाबा के चरणों में अर्पित की जाएगी। फिर श्रद्धालुओं द्वारा खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला शुरू होगा।

खिचड़ी के रूप में मनाया जाता है मकर संक्रांति

मकर संक्रांति मुख्य रूप से सूर्योपासना का पर्व है। इस दिन गोरखनाथ मंदिर सहित देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों पर भारी भीड़ स्नान केसाथ दान-पुण्य करने के लिए जुटती है। हिन्दू धर्म में मकर संक्रांति के पुण्यकाल में स्नान-दान, जप-होम आदि शुभ कायरें के लिए अच्छा समय माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस संक्रांति केपुण्यकाल में किया गया दान, दाता को सौगुना होकर प्राप्त होता है। सूर्य देवता इस दिन दक्षिणायण से उत्तरायण होकर विशेष फलदायक हो जाते हैं। शास्त्रों में उत्तरायण की अवधि को देवताओं का दिन बताया गया है। इस दृष्टि से मकर संक्रांति देवताओं का प्रभातकाल सिद्ध होता है। उत्तर भारत में यह पर्व खिचड़ी संक्रांति के रूप में मनाया जाता है। जबकि दक्षिण भारत में पोंगल, पश्चिम बंगाल में तिलुवा संक्रांति और पंजाब में लोहिड़ी के रूप में मनाने की प्रथा है।