- पुलिस वालों की बेईमानी, पब्लिक को नहीं मिल रही राहत

- दरोगाओं, सिपाहियों के जेल भेजे जाने की कार्रवाई भी हुई बेअसर

GORAKHPUR: पुलिस कर्मचारियों के रुपए मांगने की शिकायतों को लेकर सीनियर अफसर परेशान हो गए हैं। दरोगा और सिपाहियों के रुपए लेने की शिकायतें थम नहीं रही हैं। पुलिस ऑफिस पहुंचने वाले फरियादी काम के बदले नकदी मांगने का आरोप लगा रहे हैं। पब्लिक की प्रॉब्लम का सॉल्युशन न मिलने से पुलिस अधिकारी हलकान हो गए हैं। एसएसपी का कहना है कि जो भी गलत करेगा उसे उसके किए का अंजाम भुगतना पड़ेगा। यदि किसी के खिलाफ कोई कंप्लेन आती है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

हर बात में मांगते रुपए, क्या करें सीनियर अफसर

जिले में तैनात कई दरोगाओं, सिपाहियों को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए सीनियर अफसर रोजाना हिदायत दे रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी कई पुलिस कर्मचारियों की आदतों में सुधार नहीं आ पा रहा है। करीब पांच दिन पूर्व बस स्टेशन रोड पर दो सिपाहियों ने एक बिजनेसमैन को चेकिंग के बहाने रोक लिया। आरोप है कि दोनों ने बिजनेसमैन के पास से 40 हजार रुपए नकदी ले ली। बाद में जब बिजनेसमैन ने अपने परिचितों को मामला बताया तो यह बात खुल गई। बाद में कार्रवाई के डर से सिपाहियों ने नकदी लौटा दी लेकिन धीरे-धीरे यह मामला फैल गया। हालांकि व्यापारी ने इस प्रकरण में कोई शिकायत नहीं की लेकिन मामला खुलने से एक बार फिर पुलिस कर्मचारियों की संदिग्ध हरकत सामने आ गई। इसके अलावा गुरुवार और शुक्रवार को भी पुलिस अधिकारियों से मिलने पहुंचे कुछ फरियादियों ने काम के बदले रुपए मांगने का आरोप लगाया। मामला सामने आने पर एसएसपी ने जमकर फटकार लगाई।

जेल भेजे गए पुलिस कर्मचारी, फिर भी नहीं बदल रहे हालात

जिले में रुपए मांगने के मामलों की जांच में दोषी पाए जाने वाले पुलिस कर्मचारियों की गिरफ्तारी, उनके जेल भेजे जाने का कोई असर नजर नहीं आ रहा है। हाल के दिनों में एंटी करप्शन की टीम ने पुलिस ऑफिस के बड़े बाबू को पांच हजार रुपए घूस लेते हुए अरेस्ट किया था। इसके पूर्व भी टीपी नगर चौकी पर तैनात एसआई शिव प्रकाश सिंह और कथित पत्रकार प्रणव त्रिपाठी को आठ लाख रुपए की रंगदारी वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इन मामलों के अतिरिकक्त गुरुवार को एंटी करप्शन गोरखपुर की टीम ने संतकबीर नगर जिले के दरोगा को घूस लेते हुए पकड़ा था। पुलिस कर्मचारियों के जेल भेजे जाने के बावजूद भी काम के बदले रुपए मांगने की शिकायतें नहीं थम रही हैं।

केस 1

27 जून 2019

एंटी करप्शन गोरखपुर ट्रैप टीम प्रभारी रामधारी मिश्र की टीम ने 20 हजार रुपए की घूस लेते हुए दरोगा को अरेस्ट किया। संतकबीर नगर में तैनात एसआई श्रीकांत चौबे मुकदमे में नाम निकालने के लिए रुपए मांग रहे थे। शिकायत मिलने पर ट्रैप टीम ने दरोगा को अरेस्ट कर लिया।

केस 2

18 जून 2019

एंटी करप्शन लखनऊ और गोरखपुर की टीम ने एसएसपी ऑफिस में तैनात बड़े बाबू को पांच हजार रुपए घूस लेते हुए अरेस्ट किया। बड़े बाबू पर उपचार में खर्च हुई रकम का भुगतान करने के बदले घूस मांगने का आरोप कैंपियरगंज में तैनात दरोगा पंकज यादव ने लगाया था।

मोबाइल की तलाशी लेकर करने लगे बात

रुपए मांगने के आरोपों में जेल भेजने के मामलों के बावजूद पुलिस कर्मचारी रुपए लेने से बाज नहीं आ रहे हैं। हाल के दिनों में हुई कार्रवाई से सजग पुलिस कर्मचारी मोबाइल फोन पर कोई बात नहीं कर रहे हैं। यदि किसी से रुपए का लेनदेन करना है तो उसका मोबाइल फोन पहले अपने कब्जे में ले रहे इसके बाद अगले से बातचीत शुरू की जा रही है। इसलिए किसी फरियादी के लिए सीधे पुलिस कर्मचारी पर आरोप लगाना आसान नहीं रह गया।

वर्जन

पुलिस कर्मचारियों को हिदायत दी जा चुकी है कि पब्लिक के साथ अच्छा व्यवहार करें। कहीं से अवैध वसूली, जबरन रुपए मांगने या अन्य किसी तरह की शिकायत सामने आई तो संबंधित की जांच कराकर कार्रवाई होगी। हाल के दिनों में जिनके खिलाफ जांच में आरोप की पुष्टि हुई उन सभी पर एक्शन लिया गया है।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी