गोरखपुर (संतोष गिरी)।थोक में 160 रुपए प्रति लीटर सरसों का तेल है। वहीं फुटकर में 10 रुपए से लेकर 20 रुपए लीटर बढ़ाकर बेच रहे हंै। सिटी के साहबगंज मंडी के व्यापारियों की माने तो महंगाई पहले से कम हुई है, रेट भी गिरे हैं। थोक रेट पाम ऑयल 101 रुपए लीटर और रिफाइंड 155 रुपए लीटर ऑयल बिक रहा है। फुटकर में अधिकांश दुकानदार एमआरपी ही बेचते हैं, जिससे सामान के रेट महंगे हो गए हैं। महंगाई का आलम यह है कि छठ पूजा के समय खाद्य तेल के भाव

थोक मे महंगाई कम, फुटकर में बढ़े भाव, 30 दिन में 15 रुपए महंगा हुआ खाद्य तेल

हींग, नमक, चावल और आटा का रेट ब्रांड पर

ब्रांड वाली 50 रुपए से अधिक में मिलती है। नमक नार्मल 10 रुपए पैकेट है, लेकिन टाटा का नमक 28 रुपए प्रति किलोग्राम बिक रहा है। चावल 38 रुपए प्रति किलोग्राम फुटकर में दुकानदार बेच रहे हैं। वहीं अच्छे ब्रांड का चावल 50 से 80 रुपए तक बिक रहा है। आटा का रेट थोक में 29 रुपए प्रति किलोग्राम है, तो वहीं 35 रुपए प्रति किलोग्राम बिक रहा है।

एक नजर में थोक रेट (रुपए प्रति किलोग्राम में)

खाद्य पदार्थ 2020 2021 2022

अरहïर दाल 70 85 97

मूंग दाल 50 60 85

चीनी 35 34 39

उड़द 55 70 82

सरसों तेल 100 130 160

पाम आयल 80 90 101

सोयाबीन तेल 95 120 155

(नोट: थोक दुकानदार की ओर से बताए गए रेट)

एक नजर में फुटकर रेट (रुपए प्रति किलोग्राम में)

खाद्य पदार्थ 2020 2021 2022

अरहïर दाल 85 95 105

मूंग दाल 75 85 90

चना 45 55 60

उड़द 65 80 95

चीनी 37 40 44

गुड 35 40 50

सरसों का तेल 120 150 190

पाम आयल 110 135 150

सोयाबिन तेल 120 150 170

(नोट: फुटकर दुकानदार की ओर से बताए गए रेट)

थोक में सामान सस्ता है। फुटकर दुकानदार अपने-अपने रेट में बेच रहे हंै। अभी बैल कोल्हू सरसों तेल का रेट थोक में 160 प्रति लीटर है।

पवन सिंघानिया, थोक व्यापारी

फुटकर दुकानदार मंडी से सामान लेकर आता है। मंडी से अपने दुकान पर लाने पर किराया भी लगता है। इसलिए फुटकर दुकानदार रेट बढ़ाकर बेचते हैं।

जितेंद्र गुप्ता, फुटकर व्यापारी

महंगाई बहुत है और बढ़ती जा रही है। सरकार को महंगाई को लेकर कुछ ऐसा कदम उठाना चाहिए, जिससे आमजन को राहत पहुंच सके।

दिलीप कुमार, कस्टमर

महंगाई पर खास-खास

1. जिन वस्तुओं की डिमांड ज्यादा है, उनके भाव बढ़े हुए हैं। तेल, बेसन, घी, काबुली चना, नमक सहित सौंदर्य प्रसाधन की वस्तुओं में तेजी हैँ।

2. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कंज्यूमर प्राइज इंडेक्स (सीपीआई) महंगाई दर 7 परसेंंट से नीचे आकर 6.77 परसेंट हो गई है।

3. खाद्य पदार्थ से जुड़ी कुछ कंपनियों ने दाम नहीं बढ़ाए हैं, पर पैकिंग का वजन कम कर दिया है।