- वायरल फीवर वाले मरीजों के मामले को देखते हुए हेल्थ डिपार्टमेंट ने किया अवेयरनेस प्रोग्राम

- कोविड कंट्रोल होने के बावजूद भी लापरवाही पड़ सकती है भारी

GORAKHPUR:

कभी धूप तो कभी छांव। ऊपर से रात के वक्त मौसम का ठंडा होना। मौसम के उतार-चढ़ाव से वायरल के बढ़ते मामले कभी भी चपेट में ले सकते हैं। दरअसल, मानसून के आगमन के साथ वायरल फीवर और मौसमी बीमारियों से भी लोग चपेट में आना शुरू कर दिए हैं। ऐसे में हास्पिटल में आने वालों की तादाद बढ़ने लगी है। जिला अस्पताल में डेली 350 से ऊपर मरीज ओपीडी में दिखाने आ रहे हैं। इसे देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ। सुधाकर पांडेय ने लोगों से अपील की है कि अगर अस्पताल जा रहे हैं तो कोविड अनुरूप व्यवहार के प्रति विशेष सतर्कता बरतें। जिले में कोविड फिलहाल कंट्रोल में है, लेकिन थोड़ी सी भी लापरवाही से बीमारी के बढ़ने से चांसेज बढ़ सकते हैं।

दूसरी वेव से सबक लें

कोरोना की थर्ड वेव की आशंका के चलते हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से अवेयरनेस प्रोग्राम चलाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। सीएमओ डॉ। सुधाकर पांडेय ने बताया कि सरकारी और निजी अस्पतालों को कोविड अनुरूप व्यवहार का सख्ती से पालन करवाने को कहा गया है। अक्सर देखा जा रहा है कि अस्पताल परिसर में प्रवेश के बाद लोग मॉस्क उतार देते हैं या फिर नाक के नीचे लगाते हैं। अस्पताल परिसर में विभिन्न प्रकार के संक्रमण का खतरा रहता है, इसलिए वहां अतिरिक्त सतर्कता की आवश्यकता है। इसके अलावा साथ में सेनेटाइजर अवश्य रखें और समय-समय पर हाथों को सेनेटाइज करते रहें। हैंडवॉश भी करते रहना है। जहां तक संभव हो एक दूसरे से दो गज की दूरी बना कर रखें।

हॉस्पिटल से घर वापसी में रखना है ख्याल

- अस्पताल परिसर से वापस लौटने के बाद नहाना बिल्कुल न भूलें।

- कपड़े आदि धूलने को डाल दें और कलाई घड़ी, मोबाइल, जेवरात आदि को सावधानी से सेनेटाइज कर दें।

- इन सभी सावधानियों के बावजूद अगर कोविड का लक्षण दिखाई दे रहा है तो चिकित्सक के परामर्श से कोरोना जांच अवश्य करवा लेनी चाहिए।

- टीबी, मधुमेह, हाई बीपी, हार्ट, सांस रोग आदि से ग्रसित मरीज को बहुत आवश्यक होने पर ही अस्पताल ले जाना है।

- ऑनलाइन परामर्श से कार्य चल जाए तो अस्पताल जाने से बचें क्योंकि ऐसे लोगों को कोविड होने पर जटिलताएं बढ़ जाती हैं।

वैक्सीनेशन सेंटर्स में रखें खास ख्याल

सीएमओ ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन सेंटर्स पर भी इन दिनों बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। सेंटर्स पर जो लोग भी आ रहे हैं मॉस्क लगाना और हैंडवॉशिंग या हाथ सेनेटाइज करना न भूलें। कोशिश करें कि एक दूसरे से दूरी बना कर रहें। जिन लोगों ने कोविड के टीके की एक डोज या दोनों डोज ले ली है, उन्हें भी यह सावधानी बरतनी है। घर लौटने पर बीमार, बुजुर्ग और बच्चों के संपर्क में तभी आना है, जब खुद नहा लें और साथ गयी चीजें सेनेलाइज कर लें। एक मंत्र हमेशा याद रखना है कि अगर कोई भी बुखार होता है तो ट्रेंड डाक्टर्स को ही दिखाना है।

फैक्ट फीगर

जिला अस्पताल में डेली आ रहे वायरल फीवर वाले पेशेंट्स - 350-400

हड्डी के रोगियों की संख्या - 250-300

सांस के पेशेंट्स की संख्या - 150-200

चर्म रोग के पेशेंट्स की संख्या - 165-180

वर्जन

जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को अपने सेहत का ख्याल रहना होगा। उन्हें कोविड प्रोटोकॉल के तहत मास्क जरूर लगाना होगा। क्योंकि जिला अस्पताल में भीड़ रहती है।

डॉ। एसी श्रीवास्तव, एसआईसी जिला अस्पताल