-मेयर ने उपसभापति के साथ निगम में स्थित निर्माण विभाग वाहन स्टोर का किया औचक इंस्पेक्शन

- तीस साल से पुरानी गाडि़यों को सड़ता देख उसे हटाने का मेयर ने दिया निर्देश

GORAKHPUR: आपने डान फिल्म में मेटाडोर गाड़ी से एक्टर अमिताभ बच्चन को चलते देखा होगा। आज भी उस समय की मेटाडोर गाड़ी आपको नगर निगम के अंदर दिख जाएगी। शुक्रवार को नगर निगम स्थित निर्माण विभाग के वाहन स्टोर का मेयर सीताराम ने उपसभापति ऋषि मोहन वर्मा के साथ औचक इंस्पेक्शन किया। इस दौरान यहां पर 30 साल पुरानी अनेक गाडि़यां जैसे-मेटाडोर, रोड स्वीपिंग मशीन, टेम्पो, ट्रैक्टर-ट्राली, क्रेन, टैंकर, मैजिक, कॉम्पैक्टर, ट्रक, कई जेसीबी, रोड रोलर, पोकलैन मशीन आदि समेत लगभग 20 अदद गाडि़यां कबाड़ की हालत में पड़ी मिली। मेयर ने कबाड़ गाडि़यों को हटाकर स्टोर खाली करने का निर्देश दिया।

दो दिन के अंदर सूची बनाने का दिया निर्देश

स्टोर में अधिकतर गाडि़या नीलाम करने योग्य तथा कुछ ऐसी भी गाडि़यां हैं जो कबाड़ में बेचने लायक हैं। जिसके कारण स्टोर पूरा भरा हुआ है। मेयर ने कहा कि जो सही वाहन हैं उन्हे सुव्यस्थित तरीके से स्टोर में रखा जाना चाहिए। मेयर ने स्टोर सह प्रभारी अशोक सिंह को निर्देशित किया कि स्टोर में खड़ी सभी खराब गाडि़यों की 2 दिन के अन्दर सूची तैयार कर विवरण सहित प्रस्तुत किया जाए। मेयर ने कहा कि सम्बन्धित प्रभारी एवं नगर आयुक्त के संज्ञान में लाकर नियमानुसार इन वाहनों के सम्बन्ध में क्या कार्यवाही की जा सकती है। उनमें से कितने वाहन बनाये जा सकते हैं सब का विवरण तैयार कर मुझे भी अवगत कराएं।

कबाड़ हाल में दिखा सेनेटाइजेशन पम्प

इंस्पेक्शन के दौरान यह भी पाया गया कि सेनेटाइजेशन के लिए 44 पम्प आदि सामग्री जो ट्रैक्टर एवं मैजिक आदि पर लगाकर महानगर में कोरोना महामारी के रोकथाम हेतु सैनेटाइजेशन कर रहे थे। उनमें से 30 मशीनों को वाहनों से निकालकर एक कमरे में बेतरतीब तरीके से रखा गया है। देखने से कबाड़ प्रतीत हो रहा है। इस पर नराजगी व्यक्त करते हुए मेयर ने सहायक अभियन्ता/सह प्रभारी स्टोर अशोक सिंह को निर्देशित किया गया कि जितनी भी मशीनें अभी इस्तेमाल में नहीं लायी जा रही है। उन सभी मशीनों को मरम्मत कराते हुए सुव्यवस्थित तरीके से एक कमरे में रखा जाए। जब भी उनकी आवश्यकता हो तो चालू हालत में रहे और सेनेटाइजेशन का कार्य किया जा सके।