-एक जून से बसें चलाने के लिए एमडी ने परखी तैयारी

-कैंपस में पैसेंजर्स व बसों के लिए अलग-अलग बनेंगे इंट्री प्वाइंट

<-एक जून से बसें चलाने के लिए एमडी ने परखी तैयारी

-कैंपस में पैसेंजर्स व बसों के लिए अलग-अलग बनेंगे इंट्री प्वाइंट

GORAKHPUR: GORAKHPUR: एक जून से रोडवेज बसों को चलाने को लेकर जहां ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के एमडी ने मातहतों के साथ वीडियों कांफ्रेसिंग कर तैयारियों का जायजा लिया। वहीं, दूसरी ओर रोडवेज के अफसर सरकार के फैसले की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। हालांकि बसों को चलाने का पूरी जिम्मेदारी ड्राइवर और कंडक्टर पर है। अभी तक की गाइडलाइन के हिसाब से रोडवेज ने अपनी तरफ से तैयारी पूरी की ली है। सिर्फ उन्हें सरकार के ग्रीन सिंग्नल का इंतजार है। परिवहन निगम के एमडी राजशेखर ने आरएम को निर्देश दिए हैं कि वह अपनी ओर से तैयारी मुकम्मल कर ले ताकि रोडवेज बसों के संचालन में कोई दिक्कत न हो। आरएम डीवी सिंह ने निर्देश मिलने के बाद बस स्टेशन व बसों की साफ-सफाई के साथ-साथ सेनेटाइजेशन का काम शुरू करा दिया है।

म्0 परसेंट लोड फैक्टर वाले रूट्स पर चलेंगी बसें

एक जून संभावित रोडवेज बसों को चलाने को लेकर मंथन चल रहा है। बसें सिर्फ उन रूट्स पर ही चलाई जाएंगी जो म्0 परसेंट लोड फैक्टर वाले हैं। जैसे गोरखपुर से देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज हैं।

क्या है नियम

-बिना मॉस्क पहने किसी भी पैसेंजर्स को बस स्टेशन कैंपस में एंट्री नहीं मिलेगी

-बस में कंडक्टर सीट के सामने सेनेटाइजर की बोतल रखी होगी

-हाथों को सेनेटाइज करने के बाद ही यात्री अपनी सीट पर बैठेंगे

-इसके अलावा कंडक्टर और ड्राइवर मॉस्क और ग्लब्स पहन कर ही बस में सवार होंगे

-छोटे बसों में ख्0 और बड़ी बस में तीस यात्री ही सवार होंगे।

-सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए बस अड्डे के एक गेट से पैसेंजर्स की इंट्री होगी तो दूसरे से निकलेंगे।

वर्जन

मुख्यालय से पहले ही गाइडलाइन जारी हो चुका है। बसों को चलाने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई हैं। जैसे ही आदेश आएगा बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।

डीवी सिंह, आरएम गोरखपुर