- जिला अस्पताल में पड़ा रहा मेडिकल वेस्ट

GORAKHPUR: दो कर्मचारियों के झगड़े में जिला अस्पताल का कचरा नहीं उठा। सिग्नेचर के पेंच में पांच दिनों तक कैंपस में मेडिकल वेस्ट पड़ा रहा। बायो मेडिकल वेस्ट उठाने वाली गाड़ी कैंपस में आकर लौट गई। मंडे को मामले की शिकायत एसआईसी तक पहुंची। इसके बाद हास्पिटल प्रशासन एक्शन में आया।

खलीलाबाद में डिस्पोज होता है मेडिकल वेस्ट

डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल के साथ करीब 150 हास्पिटल का मेडिकल वेस्ट उठाने की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनी ने ली है। कंपनी की गाडि़यां घूम-घूमकर सिटी के अस्पतालों से कचरा इकट्ठा करती हैं। खलीलाबाद में बने इंसीनेटर में कचरे का डिस्पोजल किया जाता है। मंडे को जिला अस्पताल से मेडिकल वेस्ट न उठने की शिकायत एसआईसी को मिली। एसआईसी ने जिम्मेदार लोगों को तलब किया। तब पता लगा कि कंपनी की गाड़ी कचरा उठाने नहीं आई। एसआईसी ने कंपनी के लोगों से बात करके कचरा उठाने को कहा। कंपनी के कर्मचारी ने एसआईसी को बताया कि गाड़ी पहुंचने पर कोई जिम्मेदार नजर नहीं आता है। इससे उनके रजिस्टर पर सिग्नेचर नहीं हो पाता है। कर्मचारी ने स्टोर कीपर प्रेम प्रकाश को जिम्मेदार ठहराया। सीएमएस ने स्टोर कीपर को तलब करके मेडिकल वेस्ट उठवाने का निर्देश दिया।

मेडिकल वेस्ट न उठने की शिकायत मिली। जिम्मेदार लोगों से बात करके इस समस्या के समाधान का निर्देश दिया गया।

डॉ। एचआर यादव, एसआईसी, जिला अस्पताल