-नगर निगम का स्वच्छता महुआ एप डाउनलोड कर पब्लिक 29 तरह की प्रॉब्लम में कर सकेगी कम्प्लेन

-महुआ एप में फोटो डालते ही ट्रैक हो जाएगा इलाका, तुरंत पहुंचेंगे सफाईकर्मी

GORAKHPUR: अब कॉलोनी में नाली जाम, कूड़ा नहीं उठा, घर के सामने जानवर मरा पड़ा है, जैसी 29 प्रॉब्लम्स के लिए गोरखपुराइट्स को परेशान नहीं होना पड़ेगा। पब्लिक की 29 प्रॉब्लम का एक एप से सॉल्यूशन होगा। नगर निगम ने पब्लिक की सहूलियत के लिए स्वच्छता महुआ एप तैयार किया है। इसको डाउनलोड कर लोगों को कॉलोनी की समस्या की फोटो डालनी होगी। फोटो डालते ही एप उस इलाके को ट्रैस कर लेगा और कुछ ही देर में प्रॉब्लम का सॉल्यूशन मिल जाएगा।

एप की होती है निगरानी

-नगर निगम की किसी भी प्रॉब्लम को दूर करने के लिए अब आपको बार-बार कॉल नहीं करनी पड़ेगी।

-अब स्वच्छता महुआ एप पर अपनी कम्प्लेन कर परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं।

-इस एप की खास बात ये है कि इसकी निगरानी अधिकारी भी करते हैं।

-जब तक आपकी प्रॉब्लम का निपटारा कर उसकी फोटो नहीं पड़ जाती एप में वो शिकायत पेंडिंग दिखाई देगी।

-पब्लिक एप खोलकर उससे भी तस्वीर खींच सकती है या फिर आपके मोबाइल में कोई फोटो हो तो उसे भी इसमें डाल सकते हैं।

इस तरह डाउनलोड करें एप

-पहले प्ले स्टोर पर जाएं।

-वहां से स्वच्छता महुआ इंस्टाल करें।

-उसके बाद अपने 10 अंकों का मोबाइल नंबर टाइप करें।

-चार डिजिट का कोड टाइप करें।

-कम्प्लेन पोस्ट करें।

इन प्रॉब्लम्स का सॉल्यूशन

-खुला मेन होल या नाला।

-सड़क पर ठहरा हुआ पानी।

-मलिन अपशिष्ट सेप्टेज का गलत निप्टान।

-मलबा हटाना, निर्माण सामग्री।

-खुली जगह में कचरा जलाना।

-सार्वजनिक जगह पर यूरिन डिस्चार्ज करना या मलत्याग।

-कोविड 19 के दौरान भोजन के लिए हेल्प।

-कोविड 19 के दौरान चिकित्सा के लिए समर्थन।

-कोविड 19 में रोगी परिवहन के लिए समर्थन।

-कोविड 19 में संगरोध क्षेत्र से अपशिष्ट पिकअप।

-मलकुण्ड का अतिप्रवाह।

-सीवरेज या तूफान जल ओवरफ्लो।

-मृत जानवर।

-कचरे के डिब्बे साफ नहीं।

-कचरे का ढेर।

-कचरा वाहन नहीं आया।

-झाड़ू नहीं किया गया।

-शौचालय की गंदगी।

-सड़क पर मलबा।

-सार्वजनिक जगहों पर कूड़ा जलाना।

-पब्लिक ट्वॉयलेट की साफ-सफाई।

-कोविड 19 के दौरान फॉगिंग, स्वच्छता के लिए हेल्प।

-कोविड 19 के दौरान आश्रय के लिए समर्थन।

-नहीं है डस्टबिन।

-कालोनी में नहीं फैली रहती है गंदगी।

-शौचालय गंदा या उसमे बिजली नहीं है।

-शौचालय में पानी की आपूर्ति नहीं है।

-शौचालय में ब्लॉकेज।

-नाली पर कब्जा।

शहर की आबादी: 900000

शहर में सफाई कर्मी: 2800

शहर में वार्ड: 70

शहर में पार्षद: 70

मनोनीत पार्षद: 10

वर्जन

गोरखपुर को स्वच्छ और साफ बनाने के लिए हर तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। पब्लिक की सहुलियत के लिए महुआ एप तैयार किया गया है। इस एप के जरिए 29 परेशानियां को दूर किया जाएगा। पब्लिक को इस एप को डाउनलोड करना होगा। इससे उन्हें कम्प्लेन करने में आसानी होगी।

-डीके सिन्हा, अपर नगर आयुक्त, नगर निगम