गोरखपुर (ब्यूरो)। विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर डॉ। संदीप पाटिल ने निगरानी समितियों के दायित्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर्स को बताया गया कि त्योहारों पर बाहर से आ रहे लोगों में अगर कोविड के लक्षण नजर आ रहे हैं तो समितियां इनकी सूचना तत्काल हेल्थ डिपार्टमेंट को देंगी। इंसेफेलाइटिस, डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसे लक्षण वाले मरीजों की भी सूचना देनी है। समितियों के जरिए कोविड टीकाकरण से वंचित लोगों को प्रेरित भी किया जाए। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ। एके चौधरी ने बताया कि जिले में 1502 निगरानी समितियां हैं और इन समितियों के पास 37,500 मेडिकल किट हैं। विभाग के पास भी 75,100 मेडिकल किट हैं। सभी समितियों को 25-25 मेडिकल किट दी गई हैं ताकि अगर कोई बीमार व्यक्ति है तो उसे किट उपलब्ध हो सके। किट देने के साथ-साथ समिति बीमार व्यक्ति के बारे में सूचना भी देंगी। गांव की निगरानी समिति में ग्राम प्रधान अध्यक्ष होते हैं और उसमें आशा, आंगनबाड़ी, कोटेदार, रोजगार सेवक, वार्ड मेंबर आदि सदस्य होते हैं। इसी प्रकार वार्ड स्तरीय निगरानी समिति में पार्षद या सभासद अध्यक्ष होते हैं।

कंट्रोल रूम में करें कंप्लेंट

इस मौके पर मास्टर ट्रेनर्स को बताया गया कि सभी निगरानी समितियों को राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम का नंबर 18001805145 अवश्य दिया जाए। जिलास्तरीय नंबरों के साथ नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र का नंबर और स्वास्थ्य कार्यकर्ता का नंबर भी उपलब्ध कराया जाए। ट्रेनिंग कार्यक्रम को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। नीरज कुमार पांडेय ने भी संबोधित किया। एसीएमओ डॉ। नंद कुमार, डॉ। गणेश प्रसाद यादव, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी केएन बरनवाल समेत कुल 45 लोगों ने ट्रेनिंग में प्रतिभाग किया।

जारी रहेगा टीकाकरण, अलर्ट पर एम्बुलेंस

सीएमओ ने जिले के सभी चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि दीपावली और अन्य त्योहारों में भी आकस्मिक गतिविधियां जारी रहेंगी। लोगों की मदद के लिए 102 और 108 नंबर एम्बुलेंस को अलर्ट पर रखा गया है। कोविड टीकाकरण का कार्य भी जारी रहेगा। बड़ी संख्या में प्रवासियों के आगमन के कारण कोविड का प्रसार न हो सके, इस बात का विशेष ध्यान रखते हुए निगरानी समितियां लोगों से समन्वय बनाएंगी।

लक्षण दिखने पर तुरंत कराएं कोविड जांच

- बुखार।

- खांसी।

- शरीर दर्द अथवा सिर दर्द।

- सांस लेने में कठिनाई या सांस फूलना।

- स्वाद अथवा खूशबू की संवेदना का चले जाना।

- बुखार के साथ दस्त।

- बुखार के साथ त्वचा पर चकत्ते।

इन लक्षणों पर लें हास्पिटल की मदद

- लगातार कई दिनों तक 101 डिग्री से ज्यादा बुखार।

- सांस फूलना और सांस लेने में परेशानी।

- ऑक्सीजन का स्तर 94 फीसदी से कम होना (थोड़ी देर पल्स ऑक्सीमीटर से लगातार देखने पर)।

- रोगी में मानसिक भ्रम की स्थिति।