- गोरक्षघाट बाढ़ के पानी में डूबा

- जंगल कौडि़या बाइपास की एप्रोच रोड पर आया बाढ़ का पानी

मानसून ने इस बार गोरखपुर में खूब मेहरबानी दिखाई। इसी का रिजल्ट है कि जिले के कई एरिया बाढ़ की चपेट में है। नदियां तो उफान पर हैं। गोरक्षघाट इन दिनों बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है। यहां के आसपास के इलाकों में अलर्ट का माहौल है। बीते दिनों हुई बारिश से तो मानसून पीरियड में होने वाली कुल बारिश का कोटा ही पूरा हो गया। मानसून पीरियड में अब तक 1152.9 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। वेदर एक्सपर्ट कैलाश पाण्डेय ने बताया कि जिले में मानसून पीरियड में औसतन 1137 मिलीमीटर बारिश होती है। 31 अगस्त तक 1152.9 मिलीमीटर बारिश हुई है। सिर्फ अगस्त माह में ही 394.9 मिलीमीटर बारिश हुई है। 4 सितंबर के बाद एक बार फिर मंडलीय वर्षा की संभावना है।

पानी घुसने से मची अफरा-तफरी फोटो है

चिलुआताल थाना क्षेत्र के बरगदवा के पश्चिम बसी कॉलोनियों में सुबह बाढ़ का पानी घुसने से अफरातफरी मच गई। नागरिक विजय श्रीवास्तव की सूचना पर एसडीआरएफ को भेजा गया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सुमित महाजन के नेतृत्व में दीपक श्रीवास्तव, बबिता, साक्षी, आयशी, शिवांगी, प्रयत्‍‌न, कृष श्रीवास्तव, सुनीता श्रीवास्तव, विजय श्रीवास्तव, नम्रता पांडेय, विवेक पांडेय, अंकिता पांडेय, रितु उपाध्याय, पुनीता, अरुणा, विकास, लक्ष्मी, पंकज, लक्ष्य, राजेश्वरी दुबे, सारांश दुबे आदि को निकाला गया। मोहरीपुर इलाके के जंगल बहादुर अली नंबर दो, संझाई आदि इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया।

ग्रीन सिटी में बाढ़ का पानी आने की अफवाह

गोरखनाथ क्षेत्र के ग्रीन सिटी फेज दो में मंगलवार सुबह बाढ़ का पानी घुसने की अफवाह फैल गई। पता चला कि बांध पर बने रेगुलेटर का पंप न चलाने के कारण पानी निकलना बंद हो गया था। इससे पानी वापस ग्रीन सिटी में फैलने लगा था।

कई एरिया में चल रहीं नाव

बारिश का ग्राफ बढ़ने से जिले के कई एरिया में बाढ़ के हालात निर्मित हो गए हैं। जंगल कौडि़या बाइपास की एप्रोच रोड पर बाढ़ का पानी आ गया है। इससे लोगों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। नौसड़ चौराहे के पास गांव में बाढ़ का पानी घुसा है और लोगों को आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। कठउर गांव में जनजीवन प्रभावित है। जानवर भी इससे अछूते नहीं रहे हैं।

फैक्ट फीगर

1152.9 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है 31 अगस्त तक

1137 मिलीमीटर औसतन बारिश मानसून पीरियड में होनी चाहिए।