-रिश्ता तोड़ने की धमकी पर उठाया कदम

-रॉकी हैंडसम फिल्म देखकर चाकू से जान लेना सीखा था

GORAKHPUR: शाहपुर एरिया के मोती पोखरा निवासी सुफिया लारेंस और उसकी बेटी अरसली उर्फ जैनी को रिश्ता तोड़ने की धमकी देने पर जान गंवानी पड़ी। अरसली के प्रेमी ने अकेले मां-बेटी का कत्ल कर दिया। फिल्म रॉकी हैंडसम देखकर प्रेमी ने दोनों को ठिकाने लगाने की साजिश बुनी। ईस्टर मंडे की रात पहले से घर में छिप गया। रात में तीन बजे मां-बेटी का कत्ल करके बाहर से शटर में ताला लगाया। दोनों का मोबाइल फोन और स्कूटी लेकर फरार हो गया। सोमवार को मर्डर का खुलासा करते हुए एसएसपी अनंत देव ने यह जानकारी दी। बताया कि अरसली से बेइंतहा मोहब्बत करने वाले प्रेमी को छेड़छाड़ के आरोप में फंसाने की धमकी मां-बेटी ने दी थी।

रविवार को कमरे में मिली थी डेड बॉडी

मोती-पोखरा मोहल्ले में बुजुर्ग मरियम लारेंस का दो मंजिला मकान है। बीमार होने से मरियम अपनी बेटी के पास जौनपुर चली गई। घर पर उनकी बहू सूफिया लारेंस और छोटी अरसली उर्फ जैनी रहती थीं। रविवार की सुबह घर से तेज बदबू उठने पर लोगों को अनहोनी की आशंका हुई। फ‌र्स्ट फ्लोर पर रहने वाली किराएदार किन्नर सपना की सूचना पर पुलिस पहुंची। मां-बेटी का कत्ल करके कातिल ने बिस्तर पर कंबल से डेड बॉडी ढक दिया था। दोनों के कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस टीम लग गई। सीओ अभय मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। मां-बेटी के घर आने जाने वालों से पूछताछ में पुलिस जुट गई।

घर में छिपाया था कत्ल का सामान

जांच में पता लगा कि आम बाजार निवासी रमेश के बेटे शिव प्रसाद से अरसली के अच्छे संबंध थे। वह अक्सर मां-बेटी से मिलने उनके घर आता जाता था। अरसली ने इस साल यूपी बोर्ड से 12वीं की प्राइवेट परीक्षा दी है। शिव प्रसाद ने अरसली का एडमिशन मोहरीपुर के एक स्कूल में कराया था। वह अपने टेंपो से अरसली को परीक्षा दिलाने ले जाता था। यह क्लू मिलने के बाद पुलिस की बाछें खिल गई। पुलिस ने शिव प्रसाद को उसके घर से उठा लिया। पुलिस को देखते ही उसने सारी कहानी बता दी। रेलवे स्टेशन की पार्किंग में छिपाई स्कूटी, मोबाइल, चाकू और खून से सना रॉड बरामद कराया।

संबंध तोड़ने की धमकी दे रही थी सुफिया

शिवप्रसाद उर्फ छोटू ने पुलिस को बताया कि तीन साल से वह अरसली से प्रेम करता था। उसको घुमाने, खिलाने और पिलाने में अपनी सारी कमाई खर्च कर देता था। उसके सारे रुपए खर्च कराने के बाद मां-बेटी ने रिश्ता तोड़ने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। सुफिया ने साफ कह दिया कि वह बेटी का रिश्ता कहीं और कर रही है। इसलिए उसके बेटे से दूर हो जाए। वरना बेटी के साथ छेड़छाड़ और रेप की कोशिश की शिकायत पुलिस से कर देगी। सुफिया ने चौकी प्रभारी के नाम से एक पत्र भी लिखा। लेकिन उसने शिकायत नहीं की।

दूसरे के साथ देखकर खौल गया खून

शिव प्रसाद ने कहा कि एक माह से मां-बेटी उस पर काफी दबाव बनाने लगीं। अरसली ने उससे मिलने जुलने से मना कर दिया। ईस्टर मंडे के दिन मां-बेटी घर से निकली तो अरसली अपने दूसरे ब्वायफ्रेंड के साथ बातचीत कर रही थी। तीन माह पहले ही नया ब्वायफ्रेंड अरसली की जिदंगी में आया था। प्रेमिका को दूसरे युवक के साथ देखकर शिव प्रसाद का खून खौल उठा। इस बीच शिव प्रसाद ने रॉकी हैंडसम फिल्म देखी थी। उससे आइडिया लेकर उसने मां-बेटी के कत्ल की साजिश रच दी। 28 मार्च की शाम वह असुरन पहुंचा। वहां उसने एलईडी लगी स्टाइलिश चाकू खरीदा। रात में 11 बजे वह पीछे के रास्ते छत पर चढ़कर छिप गया। करीब तीन बजे नीचे उतरकर कमरे में पहुंचा। पैर से धक्का देकर कमरा खोला। गहरी नींद में सो रही सुफिया के सिर पर रॉड से तीन-चार बार मारा। सुफिया के चीखने पर अरसली जग गई। अरसली ने विरोध जताया तो उसके पेट में पांच-छह बार चाकू घोंपकर जान ले ली। मां-बेटी को कंबल ओढ़ाकर उनका मोबाइल और स्कूटी की चाबी निकाली। फिर शटर में ताला बंद करके चला गया।

घरवालों के डर से कहीं नहीं गया

घर पहुंचने के पहले शिव प्रसाद ने अपने खून से सने कपड़ों को जला दिया। फिर अपने घर पर रहने लगा। कभी बेचैनी होती तो टेंपो चलाने जाता था। बाकी उसका पूरा समय पासपोर्ट ऑफिस के आसपास घूमकर गुजर जा रहा था। शिव प्रसाद की दो बहनें और एक छोटा भाई है। उसके पिता पासपोर्ट ऑफिस के पास दुकान चलाते हैं। शिव प्रसाद ने बताया कि उसके दोस्त मिंटू के घर अरसली से उसकी पहली मुलाकात हुई थी। तभी वह अरसली को दिल दे बैठा। अरसली और उसकी बड़ी बहन एलिन आर्केस्ट्रा में काम करती थीं। लेकिन दिसंबर में बड़ी बहन की मौत के बाद अरसली ने काम छोड़ दिया। शिव प्रसाद ने दावा कि सुफिया के घर बहुत से लोगों का आना जाना था।

आरोपी शिव प्रसाद ने जुर्म कबूल कर लिया है। उसने बताया कि वह अरसली से बहुत प्यार करती था। उसे खुश रखने में अपनी सारी कमाई खर्च कर दी। लेकिन सुफिया अपनी बेटी की शादी कहीं और करना चाहती थी। इसलिए मां-बेटी का कत्ल करना पड़ा।

अनंत देव, एसएसपी