गोरखपुर (ब्यूरो).राप्तीनदी के अलावा बाघागाड़ा और रोहिन नदी के महेसरा पुल, बड़हलगंज सरयू नदी समेत 15 अन्य जगहों पर भी प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। वहीं, बारिश के चलते प्रतिमाएं पूरी तरह से प्लास्टिक से पैक कर दी गई थीं, ताकि वे भीगने न पाएं। जबकि विसर्जन जुलूस रेनकोट और छाते लेकर निकाले गए। सुरक्षा के मद्देनजर किसी को भी पानी में उतरने नहीं दिया जा रहा था।

सड़क पर भरे पानी में भीगकर नाचते दिखे भक्त

सड़कों पर एक फिट से अधिक पानी होने के बाद भी डीजे बजवा दी योगी ने रंग जमा दी योगी ने, मईयाकईसे करी हम विदाई, चुनरिया लेहले अहिया सरीखे गानों पर भक्त पानी में भीगकर डांस कर रहे थे। विसर्जन जुलूस में युवाओं के अलावा महिलाएं और युवतियां भी बारिश में भीगकर मां दुर्गा को विदाई देने निकलीं।

बर्डघाट में 50 फुट के रावण का दहन

दशहरा पर्व खराब मौसम के वाबजूद धूमधाम से मनाया गया। बुधवार की रात विजयादशमी पर्व पर भारी बारिश के बीच 50 फुट के रावण का दहन किया गया। विजयदशमी के दिन भगवान श्रीराम और रावण के बीच घमासान युद्ध का मंचन किया गया। इसके बाद भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया।

जय श्रीराम के नारे से गूंजा प्रांगण

रावण वध के बाद रावण के विशालकाय 50 फुट के पुतले पर तीर चलाकर श्रीराम के आग लगाते ही पूरा प्रांगण जय श्रीराम के नारे से गूंज उठा। खास बात यह रही कि भारी बारिश के बाद भी गोरखपुर के सबसे बड़े रावण का वध देखने के लिए लोगों का उत्साह कम नहीं था। शाम से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ बर्डघाट रामलीला मैदान पर उमड़ पड़ी। शहर भर के मुख्य मार्गों से होकर गुजरने वाली प्रतिमाओं को देखने के लिए शाम से ही दुकानों के बाहर और छतों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रही।

राघव-शक्ति मिलन देखने उमड़े श्रद्धालु

रावण वध के बाद गोरखपुर की सबसे पुरानी दुर्गा बाड़ी समिति की ओर से स्थापित दुर्गा की प्रतिमा का भगवान श्रीराम से मिलन हुआ। इसे राघव शक्ति मिलन के नाम से जाना जाता है। शहर के बसंतपुर चौक पर हुए इस शक्ति मिलन के दौरान भगवान श्रीराम ने मां दुर्गा की आरती की। राघव शक्ति मिलन देखने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रही। इसके बाद ही शहर भर में स्थापित सभी मूर्तियों का विसर्जन हुआ।