गोरखपुर (ब्यूरो).नगर निगम शहरवासियों को सुविधा तो सब मुहैया कराता है, लेकिन उसके बदले बहुत से लोग टैक्स जमा करने से कतराते हैं। जिसकी वजह से शहर में 121 करोड़ रुपए का बकाया नगर निगम को वसूलने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मैन पॉवर बढऩे से काफी हद तक ये मुश्किलें कम हो जाएंगी।

शहर में 1.36 कर दाता

नगर निगम में कामर्शियल और घरेलू कर दाताओं की संख्या एक लाख 36 हजार 438 है। वहीं महानगर में मकानों व दुकानों की संख्या इससे दोगुनी से भी अधिक है। मतलब शहर में दो लाख 80 हजार से अधिक मकान व दुकानें हैं।

सरकारी विभाग हैं बड़े बकाएदार

नगर निगम के सबसे बड़े बकाएदार सरकारी विभाग और शहर के स्कूल हैं। सरकारी विभाग व स्कूल नगर निगम का 86 करोड़ 58 लाख रुपए नहीं जमा कर रहे हैं। नगर निगम लगातार इनको नोटिस पर नोटिस भेज रहे हैं। लेकिन सभी विभागों ने केवल आश्वासन दिया, टैक्स अभी तक नहीं जमा किए।

सबसे बड़े बकाएदार

स्कूलों पर 30 करोड़ 89 लाख

रेलवे पर 20 करोड़ 38 लाख 3 हजार रुपए

बिजली निगम पर 9 करोड़ 2 लाख 19 हजार रुपए

डीएम से जुड़े कार्यालय आवास पर 7 करोड़ 43 लाख 11 हजार रुपए

डीडीयू पर 7 करोड़ 42 लाख रुपए

पांच जोन में बकाया

जोन घर टैक्स नहीं भरा कुल बकाया

1 30125 19498 2212.33

2 22586 14123 1446.19

3 25043 15603 6600.54

4 30748 17071 1193.12

5 27936 17088 912.25

कुल 136438 83383 12364.43

बकाया लाख रुपए में है।

इस मद में बकाया

गृह कर 6336.57 लाख

जल कर 5657.35 लाख

सीवर कर 370.51 लाख

नगर निगम राजस्व बढ़ाने के लिए नायब तहसीलदार और मुंशी की आउटसोर्सिंग पर नियुक्ति करेगा। मीटिंग में यह फैसला लिया गया है। जल्द ही इनकी तैनाती की जाएगी।

- अविनाश कुमार सिंह, नगर आयुक्त