गोरखपुर (ब्यूरो)। रेलवे बोर्ड स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए एनई रेलवे को रेल मदद शील्ड-2022 का प्राइज दिया गया। रेलवे स्टेशन से रोजाना 70 हजार से अधिक पैसेंजर्स का आवागमन होता है। सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष 2021-22 में रेल मदद पोर्टल पर कुल 39,087 कंप्लेन आई। इनका समय से निस्तारण कर दिया गया। 39087 कंप्लेन को सॉर्ट आउट करने के बाद पैसेंजर्स के कुल 17605 फीडबैक प्राप्त हुए। जिसमें से 11766 उत्कृष्ट रहे। वर्ष 2020 में जन परिवादों का लंबित समय 4 घंटा 34 मिनट एवं निस्तारण समय 3 घंटा 6 मिनट था। निरंतर किए गए सुधारों से वर्ष 2021 में घटकर लंबित समय मात्र 9 मिनट और निस्तारण समय मात्र 13 मिनट हो गया है। उत्कृष्ट फीडबैक रेटिंग भी मिल रही है।
24 घंटे काम करता है हेल्पलाइन नंबर
ट्रेनों में साफ-सफाई के लिए ऑन बोर्ड हाउस कीपिंग सर्विस (ओबीएचएस) की हेल्पलाइन गोरखपुर एवं ऐशबाग में स्थापित की गई है। यह 24 घंटे काम करता है। इस पर रोजाना करीब 70 शिकायतें आती हैं। रेल मदद ऐप पर मोबाइल फोन या वेब के माध्यम से कंप्लेंट दर्ज कराई जा सकती है। साथ ही ऐप में फोटो अपलोड करने का ऑप्शन भी है। एक बार जब पैसेंजर अपनी शिकायत दर्ज करा लेता है, तो उसे इंडियन रेलवे द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में सूचित करने के लिए एसएमएस के माध्यम से एक त्वरित आईडी प्राप्त होती है। साथ ही 'रेल मदद एपÓ यात्रियों को उनकी शिकायतों के निवारण की स्थिति पर रीयल-टाइम फीडबैक देता है।