गोरखपुर (ब्यूरो).इधर मौसम की बेरूखी का असर कैंडिडेट के चेहरे पर भी दिखा। कड़ी धूप में एग्जाम देने पहुंचे कैंडिडेट अपने चेहरे को अच्छे से ढककर बाहर निकले थे। वहीं कड़ी धूप में सेंटर के बाहर गेट खुलने का इंतजार कर रहे कैंडिडेट इधर उधर पेड की छांव तलाशते रहे।
- एनसीआरटी से ज्यादा क्वेश्चन पूछे गए थे।
- एसरशन और रीजन के सबसे ज्यादा क्वेश्चन थे और घूमाने वाले भी थे।
- स्टेटमेंट बेस्ट क्वेश्चन काफी थे।
- फिजिक्स में इस बार थ्योरी और फॉर्मूला बेस्ड क्वेश्चन अधिक थे।
- न्यूमेरिकल इस बार काफी कम आए थे।
- फिजिक्स में मॉर्डन फिजिक्स और सेमिकंडक्टर से काफी क्वेश्चन आए थे।
ये मेरा तीसरा अटेंप्ट था। पेपर का लेवल एवरेज था। सभी सब्जेक्ट में स्टेटमेंट के क्वेश्चन ज्यादे थे। बॉटनी के क्वेश्चन थोड़े टाइम टेकिंग थे। केमिस्ट्री एवरेज पूछा गया था, पर फिजिक्स में इस बार थ्योरी और फॉर्मूला बेस्ड क्वेश्चन अधिक थे। न्यूमेरिकल इस बार काफी कम आए थे।
उत्कर्ष राय, कैंडिडेट
ओवरऑल पेपर मॉडरेट था। यह मेरा तीसरा अटेंप्ट था। एनसीईआरटी से क्वेश्चन ज्यादे थे। फिजिक्स में मॉर्डन फिजिक्स और सेमिकंडक्टर से काफी क्वेश्चन आए थे। केमिस्ट्री का पेपर एवरेज था। एसरशन और रीजन से काफी ज्यादा क्वेश्चन पूछे गए थे।
- मानवेंद्र प्रताप सिंह, कैंडिडेट
यह मेरा पहला अटेंप्ट था। पेपर का लेवल ठीक-ठाक था, न ज्यादा इजी और न ज्यादा हार्ड। जेनेटिक्स से काफी क्वेश्चन थे। मॉर्डन फिजिक्स और सेमिकंडक्टर से काफी क्वेश्चन आए थे। ओवरऑल पेपर मॉडरेट था।
सुश्मिता सिंह, कैंडिडेट
पेपर का लेवल ईजी था। यह मेरा पहला अटेंप्ट था। बॉटनी के क्वेश्चन काफी घुमाने वाले थे। बारवीं के सिलेबस से ज्यादातर क्वेश्चन पूछे गए थे। केमिस्ट्री काफी ईजी था।
श्वेता प्रजापति, कैंडिडेट
गोरखपुर के 20 सेंटर पर नीट का एग्जाम हुआ। सभी सेंटर पर पहले से तैयारी थी। सभी जगह सकुशल एग्जाम सम्पन्न हुआ। कहीं कोई प्रॉब्लम सामने नहीं आई।
- अजीत दीक्षित, सिटी कोऑर्डिनेटर